बिहार चुनाव में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भाजपा को एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर खड़ा करने वाले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा अब 100 दिन के भारत दौरे पर निकलने वाले हैं। बताया गया है कि इस दौरान नड्डा उन क्षेत्रों में भी भाजपा की पहुंच बनाएंगे, जिन जगहों पर पार्टी का अभी प्रभाव नहीं है। नड्डा के दौरे की शुरुआत असम से होगी। 26 नवंबर को वे गुवाहाटी पहुंचेंगे और 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
असम में दो दिन के दौरे पर नड्डा पार्टी सदस्यों के साथ संगठन की तीन से चार बैठकों में हिस्सा लेंगे। वे अगले साल होने वाले चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए पार्टी के कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक भी करेंगे। इसके अलावा वे असम सरकार में मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के साथ बैठक भी करेंगे। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष अन्य पदाधिकारियों के साथ भी मीटिंग करेंगे।
असम में 200 बड़ी हस्तियों से करेंगे मुलाकात: नड्डा असम में अलग-अलग क्षेत्रों की दो सौ लोकप्रिय हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। इनमें कलाकारों से लेकर लेखकर और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नड्डा सरकार द्वारा किए गए पिछले 5 सालों के कार्यक्रम का प्रचार करेंगे, साथ ही सीएए के खिलाफ किए गए दुष्प्रचार और भड़के विरोध प्रदर्शन पर सरकार का पक्ष रखेंगे।
बताया गया है कि भाजपा के महासचिव बीए संतोष, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष रंजीत दास, सांसद और महासचिव दिलीप सैकिया और राज्य प्रभारी जय पांडा हर वक्त उनके साथ रहेंगे। माना जा रहा है कि नड्डा की यह 100 दिन की रैली 2024 के लोकसभा चुनाव में कूटनीतिक जमीन तैयार करेगी।
असम के बाद नड्डा के 28 नवंबर को मिजोरम का दौरा करने की भी संभावनाएं हैं। इसके अलावा वे दिसंबर के पहले हफ्ते में नॉर्थईस्ट लौटकर मेघालय और नगालैंड का दौरा कर सकते हैं। इसे लेकर शुक्रवार को ही नड्डा के घर पर भाजपा की एक मीटिंग हुई थी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह और असम दौरे पर नड्डा के साथ रहने वाले सभी छह चेहरे शामिल थे।