केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी का किसान मोर्चा एक बड़े राष्ट्रव्यापी अभियान की तैयारी कर रहा है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए किसान मोर्चा देश भर के हर गांव में ‘किसान चौपाल’ का आयोजन करेगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए प्रत्येक गांव में पांच पौधे भी लगाएगा। देश में साढे़ छह लाख के करीब गांव हैं और इस हिसाब से पूरे देश में 30 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इस पहल का दोहरा उद्देश्य सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना और किसानों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है।
किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 11 वर्ष पूर्ण किए हैं। इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा ने यह निर्णय लिया है कि हम देश के अन्नदाताओं के बीच जाकर सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए किए गए कार्यों का ब्योरा देंगे। उन्होंने बताया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि 23 जून से इस अभियान की शुरुआत होगी और उनकी जयंती यानी छह जुलाई तक यह अभियान जारी रहेगा। कुछ चौपालों में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी शामिल होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि ये चौपालें सिर्फ जश्न का माध्यम नहीं, बल्कि किसानों के साथ संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं को समझने का भी एक मंच होंगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में इस अभियान को लेकर एक बैठक हुई थी जिसमें मोर्चे के अध्यक्ष राजकुमार चाहर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और मोर्चे के अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए। इसी बैठक में ये निर्णय लिए गए।
PM KISAN के बारे में विस्तार से बताएगा किसान मोर्चा
मनोज यादव ने बताया कि इन चौपालों का मुख्य केंद्र बिंदु केंद्र सरकार द्वारा 11 वर्षों में किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के बारे में जनजागरण करना होगा। चौपालों में मोर्चा के कार्यकर्ता किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिसके तहत करोड़ों किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
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इसके अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बारीकियों, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में ऐतिहासिक वृद्धि, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से सुलभ ऋण की उपलब्धता और ई-नेम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) जैसी डिजिटल पहलों से किसानों को मिल रहे लाभों पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी।
Soil Health Card के बारे में भी समाएगा किसान मोर्चा
मनोज यादव के मुताबिक, कार्यकर्ता किसानों को यह भी बताएंगे कि कैसे ‘सायल हेल्थ कार्ड’ (मृदा स्वास्थ्य कार्ड) योजना ने उन्हें अपनी भूमि की सेहत को बेहतर ढंग से समझने में मदद की है, जिससे उर्वरकों के संतुलित उपयोग को बढ़ावा मिला है और खेती की लागत में कमी आई है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से ‘हर खेत को पानी’ पहुंचाने के संकल्प को साकार करने की दिशा में उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला जाएगा। इस अभियान का एक महत्त्वपूर्ण और सराहनीय पहलू पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज यादव ने यह भी बताया कि प्रत्येक गांव में पांच पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहल न केवल प्रधानमंत्री मोदी के ‘स्वच्छ भारत, हरित भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है, बल्कि ग्रामीण भारत में हरियाली बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने की दिशा में भी एक ठोस कदम है। इस पौधरोपण अभियान में स्थानीय किसानों और ग्रामीणों को भी शामिल किया जाएगा ताकि वे इन पौधों की देखभाल और संरक्षण की जिम्मेदारी ले सकें।