भाजपा ने 2014 के बाद से हिंदी हार्टलैंड में जबरदस्त प्रदर्शन किया है लेकिन पिछले कुछ चुनाव में पार्टी की गति पर ब्रेक लग गया है। पार्टी ने कई राज्यों में सत्ता तो बरकरार रख ली लेकिन उसकी सीटों की संख्या में कमी देखने को मिली। हालांकि बीते हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। लोकसभा चुनाव 2024 के प्रदर्शन के बाद ऐसा लग रहा था कि भाजपा की हरियाणा में भी जमीन खिसक रही है। लेकिन 2024 विधानसभा चुनाव के बाद हरियाणा में स्पष्ट हो गया कि भाजपा ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।

7 राज्यों में बनी सरकार

भाजपा ने 7 हिंदी भाषी राज्यों में सरकार बनाई है। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ शामिल है। लेकिन हम अगर मध्य प्रदेश को छोड़ दे तो सभी राज्यों में भाजपा के प्रदर्शन में गिरावट देखी गई और सीटों की संख्या में भी कमी आई। 2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 312 सीटें जीती थी लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की सीटें गिरकर 255 पर आ गई। हालांकि पार्टी को बहुमत मिला लेकिन सीटों में गिरावट हुई।

उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं। 2014 में बीजेपी ने 71 सीटें जीती थी लेकिन 2019 में पार्टी को केवल 62 सीटों पर जीत मिली। वहीं 2024 में ये संख्या 33 हो गई।

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बिहार में भी बीजेपी को लगा झटका

वहीं अगर हम बिहार की बात करें तो लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को केवल 53 सीटों पर जीत मिली। 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेडीयू के साथ मिलकर लड़ा और 74 सीटों पर जीत हासिल की। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने जेडीयू के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा और उसे 12 सीटों पर ही जीत हासिल हुई। ऐसे में यहां भी पार्टी के सीटों की संख्या में गिरावट देखी गई।

उत्तराखंड में भी फीका रहा प्रदर्शन

वहीं अगर उत्तराखंड की बात करें तो पिछले तीन लोकसभा चुनाव से बीजेपी लोकसभा में सभी पांचो सीटों पर कब्जा जमा रही है। लेकिन विधानसभा चुनाव में उसकी सीटों की संख्या में गिरावट देखी गई। 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में बीजेपी को 70 में से 56 सीटों पर जीत मिली जबकि 2022 में सीटों की संख्या उसकी 47 हो गई।

हिमाचल प्रदेश में सत्ता से हुई बाहर पार्टी

इसी तरह से हिमाचल प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव में बीजेपी जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। 2014 में पार्टी को चार में से तीन सीटों पर जीत हासिल हुई जबकि 2019 और 2024 में उसने सभी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की। लेकिन जब विधानसभा चुनाव की बात आती है तो पार्टी के प्रदर्शन में गिरावट देखी गई। 2017 में पार्टी ने 44 सीटों के साथ सरकार बनाई थी लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में उसे सिर्फ 25 सीटों पर जीत हासिल हुई।

झारखंड में क्या है ट्रेंड?

वहीं झारखंड की बात करें जहां पर कुछ हफ्तों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, यहां बीजेपी के लोकसभा के प्रदर्शन में भी गिरावट देखी गई है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी तो वहीं 2024 में गिरकर आठ हो गई। वहीं 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 37 सीटों के साथ सरकार बनाई थी लेकिन 2019 में केवल 25 सीटों पर पार्टी को जीत हासिल हुई।

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दिल्ली में सबसे ख़राब प्रदर्शन

ठीक इसी प्रकार से बीजेपी का दिल्ली में भी प्रदर्शन रहा है। दिल्ली में 7 लोकसभा सीटें आती हैं और पिछले तीन लोकसभा चुनाव से पार्टी सभी सीटों पर जीत हासिल कर रही है। लेकिन 1998 के बाद से पार्टी राज्य में सत्ता में नहीं है। 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को केवल तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने केवल आठ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की।

राजस्थान में लोकसभा में गिरा प्रदर्शन

राजस्थान में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। 2018 में राजस्थान के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को केवल 73 सीटों पर जीत मिली थी लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी 115 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही। वहीं अगर लोकसभा चुनाव के लिहाज से देखें तो पार्टी ने 2014 में 25 सीटें जीती और 2019 में 24 सीटें जीती। लेकिन 2024 में उसकी संख्या घटकर सिर्फ 14 रह गई।

मध्य प्रदेश भी बना अपवाद

अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें तो 2018 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए अच्छा नहीं रहा। भाजपा ने केवल 109 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश अपवाद रहा जहां पार्टी ने सभी 29 सीटों पर जीत हासिल की।

छत्तीसगढ़ में प्रदर्शन में हुआ सुधार

छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 2014 में राज्य की 11 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में उसे सिर्फ 15 सीटें हासिल हुई और वह सत्ता से बाहर हो गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीटें भी घटकर 9 हो गई लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी 54 सीटों के साथ सत्ता में लौट आई जबकि लोकसभा चुनाव में भी उसे 10 सीटों पर जीत हुई।