जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के बीच सरकार बनाने को लेकर सभी गतिरोध समाप्त हो गए हैं।
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भाजपा के साथ गठबंधन पर कहा कि यह सरकार सिर्फ सत्ता साझीदारी के लिए नहीं, बल्कि राज्य के लोगों के दिल और दिमाग जीतने के लिए है। दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि मतभेद लगभग खत्म हो गए हैं और आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार होगी
माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में मुफ्ती मुहम्मद सईद के नेतृत्व में पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार एक मार्च को शपथ ले सकती है। दोनों दलों ने अफस्पा और अनुच्छेद 370 पर मतभेदों समेत अन्य सभी मुद्दों पर सहमति का रास्ता निकाल लिया है।
गठबंधन को औपचारिकता देने के लिए पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने यहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। सात हफ्तों से दोनों दलों के बीच सरकार बनाने को लेकर बातचीत चल रही है। दोनों दलों के बीच चल रही बातचीत से जुड़े सूत्रों ने सोमवार को यहां कहा कि शपथ ग्रहण समारोह एक मार्च को हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार एक मार्च की तारीख को इसलिए चुना गया क्योंकि यह शुभ दिन है। सूत्रों ने कहा कि सईद छह साल तक राज्य के मुख्यमंत्री होंगे वहीं भाजपा के निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं। सईद ने इससे पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन में 2002 से तीन साल तक सरकार चलाई थी।
पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में पीडीपी को 87 सदस्यीय विधानसभा में 28 सीटें मिली हैं और वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। भाजपा को 25 सीटें मिली हैं। आखिरी समय में किसी तरह के अवरोध की आशंका को खारिज करते हुए सूत्रों ने कहा कि सहमति हो चुकी है और सईद-मोदी की मुलाकात के बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी किया जाएगा।