मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर और राजस्थान में जारी कोशिशों के बीच अब खबर है कि भाजपा झारखंड में भी ‘ऑपरेशन कमल’ शुरू कर सकती है। दरअसल कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा उसके विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और झारखंड सरकार में मंत्री रामेश्वर उरांव ने यह आरोप लगाए हैं। वहीं आरोपों के बाद सीएम हेमंत सोरेन चौकन्ने हो गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने पार्टी स्तर पर मोर्चेबंदी शुरू कर दी है। हेमंत सोरेन ने इस मुद्दे पर पार्टी के करीबी और वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है और सतर्क रहने को कहा है।
बता दें कि झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव बीते कई दिनों से आरोप लगा रहे हैं कि झारखंड की मौजूदा सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा कांग्रेस विधायकों को प्रलोभन दे रही है। कांग्रेस के कुछ विधायकों ने भी ऐसे ही आरोप लगाए हैं। विधायकों का कहना है कि एमपी, मणिपुर, कर्नाटक और राजस्थान की तरह झारखंड में भी भाजपा सत्ता पर काबिज होने के लिए साजिश रच रही है।
वहीं रामेश्वर उरांव के बयान को लेकर राज्य के सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोग उरांव के आरोपों को अपना पद बचाने की कोशिश बता रहे हैं। दरअसल ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद की नीति के चलते रामेश्वर उरांव को कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है। ऐसे में हो सकता है कि इस कवायद को रोकने के लिए उरांव ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का शिगूफा छोड़ा है।
वहीं झारखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने रामेश्वर उरांव के बयान को आपत्तिजनक करार दिया है। दीपक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस पहले अपने घर को संभाले। कांग्रेस को अपने ही विधायकों पर विश्वास नहीं है, इसलिए उरांव ऐसे अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर कोरोना से लड़ाई में फेल रहने का आरोप भी लगाया है और कहा कि अपनी असफलता से ध्यान हटाने के लिए ही इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।