भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद देश के कई राज्यों में 10 जून को हिंसा देखने को मिली। पश्चिम बंगाल में उपद्रवियों ने शुक्रवार के बाद शनिवार को भी जमकर उत्पात मचाया। बता दें कि शनिवार को हावड़ा के रघुदेवपुर में स्थित भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया। वहीं हिंसा मामलों को देखते हुए ममता सरकार ने हावड़ा पुलिस कमिश्नर सी. सुधाकर को हटा दिया है।

इसके अलावा, हावड़ा ग्रामीण एसपी सौम्या रॉय का भी तबादला कर दिया गया है। प्रवीण त्रिपाठी को हावड़ा के नए पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि हावड़ा ग्रामीण की एसपी के तौर पर स्वाति भंगालिया के पास जिम्मा होगा।

बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दिल्ली, छत्तीसगढ़, पंजाब, यूपी और बंगाल समेत कुछ अन्य राज्यों में नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें बंगाल में हिंसक झड़पें भी हुईं। वहीं शनिवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा के पंचला बाजार में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।

इस बीच बंगाल पुलिस ने बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को उनके घर में ही अरेस्ट कर लिया है। दरअसल मजूमदार हिंसा प्रभावित इलाके में जाने वाले थे। गौरतलब है कि हावड़ा में पुलिस ने 70 प्रदर्शनकारियों को हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया है।

पश्चिम बंगाल में हो रहे प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “बंगाल में क़ानून व्यवस्था की कोई स्थिति नहीं है। क़ानून की स्थिति वहां रोज़ बिगड़ती जा रही है। ये हालत नाज़ुक है। इसको और नाज़ुक होने का अवसर न दिया जाए। बंगाल में शांति और सौहार्द के माहौल को बहाल किया जाए।”

बता दें कि पिछले 2 दिनों से बंगाल में हिंसा की खबरों पर राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “मैं पहले भी कह चुकी हूं कि पिछले दो दिनों से हावड़ा में हिंसा हो रही हैं। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं। दंगाइयों को छोड़ा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश बीजेपी का गुनाह क्यों भुगते?”

वहीं बंगाल के हालात पर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने मीडिया से कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति एकदम खराब हो गई है। दंगा करने वाले ममता बनर्जी का वोट बैंक है। सरकार हिंसा करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।”

बता दें कि हावड़ा में खराब हालात देखते हुए जिलेभर में 13 जून को सुबह छह बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। वहीं राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है और मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को तलब किया है।