नए कृषि कानूनों को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच किसानों के समर्थन में कांग्रेस भी आवाज बुलंद कर रही है। इस बीच अमीष देवगन के डिबेट शो में बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा, ‘राहुल गांधी कभी खेत खलिहान नहीं गए होंगे। वह यह भी नहीं जानते हैं कि जौ-गेहूं और मक्का का पौधा कैसा होता होगा। अगर वह बता दें तो माला पहना दूंगा। वह बता दें कि दूध कैसे दुहते हैं।’ बीच में कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि मेरे पास खेत है। मस्त ने जवाब दिया, ‘मैं जानता हूं आपके पास कितना खेत है।’

अभय दुबे ने कहा, ‘आप प्रधानमंत्री जी की बात करिए। किसी एक खेत में उनकी तस्वीर बता दीजिए। किसान मिलना तो दूर। एक फसल के बारे में मोदी जी बता दें। बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ फोटो मिल जायेगी उनकी। वे किसानों का दर्द क्या समझेंगे। उद्योगपतियों के साथ मिलकर किसानों के खिलाफ कानून बना दिया गया है। आपने सदन में कानून पर चर्चा भी नहीं की। दाल के भाव 230 रुपये कर दिए। आप एमएसपी को कंपलसरी कर दीजिए।’

वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा, ‘प्रधानमंत्री गरीब मां के बेटे हैं। आपको दिक्कत है कि कैसे गरीब बाप का बेटा प्रधानमंत्री बन गया। करोड़पति अरबपति आज नहीं पैदा हुआ हैं। इनको इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नेहरू ने पैदा किया है।’ बता दें कि पंजाब औऱ हरियाणा के किसान दिल्ली की तरफ कूच कर चुके हैं। वे राजधानी दिल्ली की सीमा पर हैं। सराकर ने उन्हें दिल्ली आने की अनुमति दी है लेकिन कहा गया है कि वे बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में ही धरना प्रदर्शन करें।


कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि वह किसानों से 3 दिसंबर को बात करने को तैयार हैं। उनका कहना है कि नया कृषि कानून किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाला है और मंडियों के अलावा भी अपने उत्पाद बेचने पर उन्हें ज्यादा फायदा हासिल होगा। इससे पहले किसानों को दिल्ली की सीमा पर ही रोक दिया गयाा था। कई जगह से हिंसा की भी खबरें आई्ं। हरियाणा पुलिस ने भी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बैछार की।