अपने बयानों और ट्वीट्स के चलते सुर्खियों में रहने वाले दिग्गज भाजपा नेता और राज्य सभा सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सोमवार (16 दिसंबर, 2019) को किए एक ट्वीट में सरकार को निशाने पर लेते हुए स्वामी ने कहा कि अगर सरकार एयर इंडिया का निजीकरण करने की बेवकूफी करती है तो उसे अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। स्वामी ने सरकार द्वारा इयर इंडिया के निजीकरण की कोशिशों के बीच ये ट्वीट किया है।
भाजपा नेता ने केंद्र को चेताते हुए ट्वीट किया, ‘सरकार अगर एयर इंडिया का निजीकरण करने की कोशिश करती हैं तो कोर्ट की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। अगर सरकार जानना चाहती है कि एयर इंडिया को कैसे चलाया जाए तो विदेशी सलाहकारों की जगह वो मुझसे सलाह ले सकती है।’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने एयर इंडिया के निजीकरण के लिए प्रस्ताव स्वीकार करने शुरू कर दिए हैं।
हाल में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एयर इंडिया की ब्रिकी के लिए ठोस प्रस्ताव आएंगे, क्योंकि बोली की शर्तों को बड़े पैमाने पर संशोधित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार एयर इंडिया में 26 फीसदी हिस्सेदारी रख रही थी, मगर अब चीजें बदल गई हैं। पुरी ने यह भी कहा था कि मौजूदा ढांचे से परिचालन लागत पूरी नहीं की जा सकती और एयर इंडिया को बेचने का यह सही समय है।
: And if the GOVT foolishly privatises Air India they will have to face court action. If the Govt wants to know how to turn around AI then they can ask me instead of foreign consultants with their Indian stooges
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 16, 2019
उल्लेखनीय है कि अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने पिछले ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा था और उनकी नागरिकता छीनने की मांग की थी। रविवार (15 दिसंबर, 2019) के अपने ट्वीट में स्वामी ने लिखा कि बुद्धू को अपने परदादा (यानी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु) के लिए माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने 1962 के युद्ध में सेना को धोखा दिया था।
बता दें कि इस युद्ध में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था। ट्वीट में लिखा गया कि उनके नाना नाना हिटलर की सेना में थे और नानी मुसोलिनो के साथ थीं। ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘उनकी नागरिकता रद्द की जानी चाहिए।’