अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को न्यूयार्क के गवर्नर एंड्रीयू कुओमो से इस्तीफा मांग कर राजनीति की दुनिया में हलचल मचा दी। दरअसल, डेमोक्रेट नेता कुओमो बाइडेन प्रशासन के काफी करीबी नेता माने जाते हैं, हालांकि एक हालिया जांच में पाया गया है कि उन्होंने प्रांतीय सरकार की कई मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों का यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद बाइडेन ने गवर्नर से इस्तीफा देने के लिए कहा। हालांकि, अमेरिका में उठी इस मामले की गूंज भारत तक में सुनाई दे रही है। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को इस मामले का उदाहरण देते हुए भारत में भी इसका अनुकरण करने के लिए कहा।

क्या बोले सुब्रमण्यम स्वामी?: राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार सुबह ट्वीट में कहा, “न्यूयॉर्क के गवर्नर कुओमो को यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी पाया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने उनसे इस्तीफा मांगा है। बधाई हो अमेरिका!! यह सभ्यता की ओर से बड़ा कदम है, जिसका भारत को भी अनुकरण करना चाहिए। सीता और द्रौपदी जैसे मामलों के समय में भी यही हमारी परंपरा रही थी।”

अमेरिकी गवर्नर के खिलाफ पांच महीने चली जांच: कुओमो के खिलाफ दो बाहरी वकीलों ने करीब पांच महीने जांच की और उन्होंने 179 लोगों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने पाया कि कुओमो प्रशासन में कामकाज का खराब माहौल है और यह भय पर आधारित है। वकीलों ने जिन लोगों से पूछताछ की उनमें शिकायतकर्ताओं सहित, कार्यकारिणी चैम्बर की मौजूदा एवं पूर्व सदस्य, राज्य के सैनिक, राज्य के अतिरिक्त कर्मचारी तथा अन्य शामिल हैं जो नियमित तौर पर गवर्नर के संपर्क में थे।

प्रांत के अटॉर्नी लेतीतिया जेम्स ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इन पूछताछ से और साक्ष्य से बहुत परेशान करने वाली यह स्पष्ट तस्वीर उभर कर सामने आती है कि गवर्नर कुओमो ने राज्य की मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों का यौन उत्पीड़न किया।’’

स्वामी के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने दी प्रतिक्रिया: भाजपा सांसद के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर ट्वीट्स की भरमार रही। @Muradlivz नाम के एक यूजर ने कहा, “तब तो आधे मोदी कैबिनेट को ही इस्तीफा देना पड़ जाएगा।” उधर यूजर @maribaltbharti ने लिखा, “भारत अमेरिका का अनुकरण करेगा? भारत सबसे लंबे समय से चली आ रही सभ्यता है और इसे अमेरिका का अनुकरण करने की कोई जरूरत नहीं। भारत में कई मुद्दे सिर्फ अमेरिका का अनुकरण करने के कारण ही उभरे हैं।”

उधर एक अन्य यूजर @DrRupani ने स्वामी पर निशाना साधते हुए लिखा, “स्वतंत्रता के बाद से भारत के कौन से मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री यौन उत्पीड़न में शामिल रहे हैं!!! आखिर इस मामले में द्रौपदी और सीता माता को लाने की क्या जरूरत है। ऐसा लगता है कि आखिरकार बुढ़ापे में होने वाला मानसिक परिवर्तन शुरू हो गया है।”