पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर तंज कसा है। इस बार उन्होंने पीएम समेत भाजपा नेताओं द्वारा किए गए उपवास पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर उन्होंने ट्वीट किया है, “प्रधान सेवक, प्रधान रक्षक और प्रधान चौकीदार! क्या इस उपवास को वही समझाया जाय जैसा कि आप पहले कहते थे, न खाऊंगा, न खाने दूंगा। बस दो चीजें आपसे पूछनी है? पहला कि अगर हमने उपवास रखा है तो इसे कैसे तोड़ेंगे? और दूसरा कि यह चाय पे चर्चा है या बिन मतलब के पकौड़े पे खर्चा?”
बता दें कि बजट सत्र के दूसरे पार्ट में संसद के दोनों सदनों में एक दिन भी कामकाज नहीं हो सका और संसद में गतिरोध बना रहा। इस गतिरोध के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था। इसी गतिरोध के विरोध में प्रधानमंत्री समेत केंद्र सरकार के सभी मंत्री और बीजेपी के सांसदों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में एक दिन का उपवास रखा था। पीएम मोदी ने चेन्नई में उपवास किया तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक के धारवाड़ में बी एस येदुरप्पा के साथ उपवास किया।
इससे दो दिन पहले कांग्रेस के नेताओं ने नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि के पास यूपी के उन्नाव में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा कथित रेप के विरोध में उपवास रखा था। कांग्रेस का यह उपवास तब विवादों में आ गया था, जब उपवास से पहले कांग्रेस नेताओं द्वारा एक होटल में छोले-भटूरे खाते हुई तस्वीर वायरल हो गई थी। इस पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के उपवास को उपहास और सत्याग्रह को मिथ्याग्रह करार दिया था। लेकिन दो दिन बाद जब बीजेपी नेताओं ने उपवास किया तो कहानी दोहरा गई। कुछ बीजेपी नेताओं को अनशन के दौरान स्नैक्स का मजा लेते हुए देखा गया। इसकी भी तस्वीरें वायरल हो गई थीं।
गौरतलब है कि बीजेपी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष गणेश लाल ने कुछ दिनों पहले ही शत्रुघ्न सिन्हा समेत बागी नेताओं को पार्टी से इस्तीफा दे देने की सलाह दी थी और कहा था कि इस्तीफे के बाद जितना चाहें, उतनी गालियां पार्टी को दे सकते हैं। बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और बीजेपी के नेता अरुण शौरी बीते समय से लगातार पार्टी नेतृत्व पर हमला बोलते आ रहे हैं। दोनों ही नेता कभी इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हैं तो किसी मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर शब्दों के बाण चलाते हैं।
Pradhan Sewak, Pradhan Rakshak & Pradhan Chowkidar!
Is that what you meant when you said "Na Khaungaa Na Khaane Doonga"….keeping in mind the Upwaas?
Just wanted to ask two simple things…..
1>2— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) April 13, 2018
1) if I had kept the fast how would I end it?
2) Simply with "Chai pe Charcha" or unnecessary "Pakore pe Kharcha".
God Bless you Sir & Long Live our party…fortunately with short time Upwaas.
Jai Hind!— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) April 13, 2018
