Citizenship Amendment Act Protests: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों से उठ रही आवाज के बीच अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सांसद ने विरोधियों का मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा है कि अनपढ़ और पंचरवाले इस कानून का विरोध कर रहे हैं। बेंग्लुरु साउथ से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या बीते रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आय़ोजित एक रैली में शामिल हुए थे।
इस रैली में तेजस्वी सूर्या ने कहा कि ‘बेंग्लुरु के IT और BT Sector में काम करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं। इनमें वकील, बैंक के कर्मचारी और आम नागरिक के अलावा ऑटोरिक्शा चालक भी शामिल हैं। यह सभी लोग आज यहां (बेंग्लुरु) एकत्रित हुए हैं। सिर्फ अनपढ़ और पंचरवाले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हैं।’ बता दें कि इस रैली का आयोजन शहर के Sir Puttana Chetty Town Hall में किया गया था।
भाजपा सांसद ने रैली में यह भी कहा कि ‘कमजोर और अप्रभावी धर्मनिरपेक्षता की हिन्दुस्तान में कोई जगह नहीं है। हम एक नये भारत का निर्माण कर रहे हैं…5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था वाली…ऐसी सेक्यूलरिज्म का यहां कोई काम नहीं है।’ 29 साल के तेजस्वी सूर्या की गिनती देश के नौजवान सासंदों में होती है। रैली में आई भीड़ के बीच इस तरह का भाषण देते भाजपा सांसद का वीडियो भी वायरल हुआ है।
Want to know what privilege sounds like?
MP @Tejasvi_Surya, who hails from a rich political family, mocks CAA protestors as ILLITERATES and PUNCTURE WALAS
Are the poor not supposed to protest now?
Such crass elitism is unbecoming of a parliamentarianpic.twitter.com/Ijn3vuYLGB
— Srivatsa (@srivatsayb) December 23, 2019
अब भाजपा सांसद के इस बयान पर कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। युवा कांग्रेस नेता श्रीवास्तव वाई.बी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘सांसद तेजस्वी सूर्या एक अमीर घराने से आते हैं। किस विशेषाधिकार के तहत उन्होंने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को अनपढ़ और पंचरवाला कहा है? यह मैं जानना चाहता हूं। क्या गरीब लोगों को प्रदर्शन करने का अब हक नहीं है?’
बहरहाल आपको बता दें कि Citizenship Amendment Act (CAA) और National Register of Citizens (NRC) को लेकर अब तक देश में कई जगह हिंसा, विरोध प्रदर्शन, बंद और गुबार देखने को मिला है। छात्रों का शुरू किया प्रदर्शन बड़े आंदोलन में तब्दील हुआ, जिसमें बड़े स्तर मुस्लिमों ने भी विरोध जाहिर किया है।