बीते काफी समय से देश में नॉनवेज खाने और बैन पर चली आ रही बहस में एक नया अध्याय जुड़ गया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में सरकारी कार्यक्रमों में नॉनवेज न परोसे जाने को लेकर बिल पेश किया। इसके साथ ही समाज में एलजीबीटी कम्यूनिटी के लोगों लिए सशस्त्र बलों में कार्य और अनुदान के लिए बिल पेश किया गया। संसद में विभिन्न मुद्दों पर शुक्रवार को 85 से अधिक सदस्यों द्वारा बिल पेश किए गए।
बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने सरकारी कार्यक्रमों में नॉनवेज के अलावा एक और बिल पेश किया। जिसमें प्रतीक और नामों में संशोधन की मांग शामिल है। वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने खेल धोखाधड़ी और ऑनलाइन स्पोर्ट्स गेमिंग के विनियमन को रोकने और दंडित करके देश में खेल की अखंडता बनाए रखने के लिए एक प्रभावी शासन की स्थापना के लिए एक विधेयक पेश किया।
इसके साथ ही नेशनल कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने भी लोकसभा में बिल पेश किया। इसके तहत कर्मचारी कल्याण प्राधिकरण का गठन बनाए जाने की पेशकश की। इसमें प्रत्येक कर्मचारी को काम से अलग टेलीफोन कॉल और ईमेल का जवाब देने से इनकार करने का अधिकार दिए जाने की मांग की।
बता दें कि, लोकसभा में बीजेपी सरकार का बहुप्रतीक्षित फौरी तीन तलाक बिल गुरुवार (27 दिसंबर) को पास हो चुका है। विधेयक के समर्थन में 245 अैर विरोध में महज 11 वोट पड़े। कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों ने वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिए बगैर सदन से वाकआउट कर गए। वहीं, बुधवार (19 दिसंबर) को लोकसभा में सरोगेसी (नियामक) विधेयक पास हो गया। इस बिल के पास होने से अब देश में व्यावसायिक सरोगेसी (किराए की कोख) के जरिये बच्चे को जन्म देने पर रोक लग गई है। लोकसभा में इस बिल को लेकर लंबी बहस चली।