बीजेपी के एक सांसद ने नकली शराब पर अंकुश लगाने के लिए सरकार से अजीबोगरीब मांग की है। उन्होंने ‘देसी दारू’ बनाने की अनुमति देने की बात की है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद धर्मवीर सिंह ने बुधवार को लोकसभा में सरकार से आग्रह किया कि नकली शराब पर अंकुश लगाने के लिए उस तरह की ‘देसी दारू’ को बनाने की अनुमति दी जाए जो पहले जौ, अंगूर और गन्ने के रस से बनती थी।
भाजपा सांसद ने कहा कि ऐसा करने से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सदस्य ने सदन में शून्यकाल के दौरान नकली शराब का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नकली शराब पीने से बहुत लोगों की मौत हो जाती है। धर्मवीर सिंह ने कहा, ‘‘पहले ‘दारू-दवाई’ बोलते थे, जो जौ, अंगूर, गन्ने के रस और पेड़-पौधे से बनती थी। दोबारा उसी दारू को बनाया जाए।’’ उन्होंने कहा कि सरकार इसकी अनुमति दे क्योंकि इससे किसान की आमदनी भी दो गुना, तीन गुना बढ़ जाएगी। सांसद ने कहा कि इससे नकली शराब बनाने वालों पर भी रोक लग सकेगी।
लोकसभा में उठे यह मुद्दे
वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने कर्नाटक में मुस्लिम समुदाय को ठेकेदारी में चार प्रतिशत के आरक्षण की घोषणा का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाया और आरोप लगाया कि कांग्रेस पर्दे के पीछे से अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) की श्रेणी में मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि इसे रोकने के लिए कानून बनाया जाए। दुबे ने शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया।
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जिस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि दुबे ने जो भावना व्यक्त की है, उस बारे में संबंधित मंत्रालय को अवगत करा दिया जाएगा। भाजपा सांसद दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कारण देश का धर्म के आधार पर बंटवारा हुआ था और अब फिर से जाति आधारित जनगणना और मुस्लिम आरक्षण के नाम पर यही किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले दरवाजे से ओबीसी में मुस्लिम को जोड़ने की बात की जा रही है, सरकार से आग्रह है कि कानून बनाइए।’’ भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी कर्नाटक से संबंधित यह विषय उठाया। पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल
(भाषा के इनपुट के साथ)