पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए घोटाले को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही कांग्रेस पर बीजेपी सांसद ने पलटवार किया है। सांसद ने कहा है कि कांग्रेस को घोटाले के मामले में बोलने का अधिकार नहीं है, क्योंकि यह सब उसकी सरकार में शुरू हुआ है। सासंद बृजभूषण शरण ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, “राहुल गांधी को इस मामले में बोलने का अधिकार नहीं है, क्योंकि यह उनके समय में शुरू हुआ था। सरकार शिकंजा कस रही है। अभी ये घोटाला पकड़ा गया है। इसके बाद उनके बहनोई को भी पकड़ा जाएगा। हो सकता है, उनकी मां भी आएं, हो सकता है वो भी आएं। फिर वो चिल्लाएंगे।” सांसद ने कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “जैसे वो कहावत होती है कि कुत्ते भौंकते रहते हैं और हाथी मस्त चाल में चलता रहता है। प्रधानमंत्री देश की सेवा में लगे हैं, जिसे भौंकना है भौंके।”
Rahul Gandhi ko ispe bolne ka adhikar nahi hai kyuki ye unke samay shuru hua, sarkar shikanja kas rahi hai, abhi ye ghotala pakda hai,unke behnoi ka bhi pakda jaega,ho sakta hai unki maa bhi aayen,ho sakta hai vo bhi aayen.. fir vo chilaaenge: Brij Bhushan Sharan, BJP MP #PNBScam pic.twitter.com/8Np8dpK7CJ
— ANI (@ANI) February 19, 2018
Jaise vo kahavat hoti hai kutte bhaukte rehte hain haathi mast chaal mein chalta hai. PM desh ki seva mein lage hain jisko bhaukna hai bhauke: Brij Bhushan Sharan, BJP MP on Rahul Gandhi’s tweet about #PNBScam pic.twitter.com/YKmG3dXidc
— ANI (@ANI) February 19, 2018
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर पीएनबी घोटाले में शामिल नीरव मोदी की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें (मोदी) यह बताना चाहिए कि इतना बड़ा घोटला क्यों और कैसे हुआ और वह इस बारे में क्या कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के हवाले से कहा कि इतना बड़ा घोटाला ‘ऊपर के संरक्षण के बिना’ हो ही नहीं सकता। राहुल ने कांग्रेस की संचालन समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों को यह बता रहे हैं कि परीक्षाएं कैसे दी जाएं, लेकिन वह यह नहीं बता रहे हैं कि यह घोटाला कैसे हुआ।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा करते हुए आगे कहा, “इस घोटाले की शुरुआत आठ नवंबर 2016 को तभी हो गई थी, जब प्रधानमंत्री ने 500 और एक हजार रुपए के नोट को चलन से बाहर कर दिया और देश का सारा पैसा बैंकिंग प्रणाली में डाल दिया।” उन्होंने कहा कि इसी वजह से 22 हजार करोड़ रुपए बैंक से निकाल लिए जाते हैं। उन्होंने पूछा कि जनता के इस पैसे को लेकर हुए इस घोटाले के लिए कौन जिम्मेदार है।