गोवा भारतीय जनता पार्टी के एमएलए अटानासियो बाबुश मोंसेरेट ने अपनी ही सरकार पर तीखा हमला बोला है। कोरोना से हो रही मौतों के लिए हेल्थ मिनिस्टर विश्वजीत राने को जिम्मेदार बताकर उन्होंने मांग की है कि सीबीआई उनके महकमे की जांच करे।
मोंसेरेट ने कहा कि हेल्थ मिनिस्टर को पता था कि दूसरी लहर आने वाली है। लेकिन बावजूद इसके लोगों के इलाज का कोई बंदोबस्त नहीं किया गया। राने पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। गोवा के अस्पतालों में लोगों के इलाज के पर्यप्त इंतजाम तक नहीं हैं। उनका कहना है- हम अपने करीबी लोगों को लगातार खोते जा रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री को मौत पर भी किसी तरह का दुख नहीं है।
सीएम प्रमोद सावंत से उन्होंने मांग की कि वो तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य मंत्रालय को अपने मातहत लें। हेल्थ मिनिस्टर के बस का नहीं है लोगों को बेहतर इलाज दिलाना। यही हाल रहा तो मौतों का आंकड़ा और ज्यादा तेजी से बढ़ने लग जाएगा। उनका कहना था कि वो दुखी हैं, क्योंकि लोग मर रहे हैं और वो कुछ नहीं कर पा रहे।
मोंसेरेट ने कहा कि बीजेपी के कई विधायक अपनी भावनाओं से उन्हें अवगत करा चुके हैं। वो सभी मानते हैं कि राने बेकार के व्यक्ति हैं। लेकिन वो बोलने से डरते हैं कि कहीं राने उनका अहित न कर दें। मोंसेरेट ने कहा कि राने का स्लभाव लोगों से बदला लेने का है। इसी वजह से बीजेपी के नेता उनके खिलाफ मुंह खोलने से डरते हैं।
बीजेपी विधायक ने सीएम से मांग की कि वो तत्काल विधायकों की एक मीटिंग बुलाएं। उसमें राने पर चर्चा कराई जाए। वो देखना चाहते हैं कि कितने विधायक राने के खिलाफ बोलते हैं। मोंसेरेट ने कहा कि इस समय गोवा कोरोना की मार से कराह रहा है। तत्काल मेडिकल सेवाओं को दुरुस्त नहीं किया गया तो हालात और ज्यादा बिगड़ने लग जाएंगे। ऐसे में स्थिति हाथ से निकल सकती है।
गौरतलब है कि गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 26 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इन सबका अस्पताल में इलाज चल रहा था। के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राने ने मांग की है कि इस घटना की जांच हाईकोर्ट करे ताकि इसके कारण का पता चल सके। मंत्री का कहना है कि इन सभी 26 कोरोना मरीजों की मौत देर रात 2 बजे से लेकर मंगलवार सुबह 6 बजे के बीच हुई है।