पंजाब के अबोहर से बीजेपी विधायक अरुण नारंग शनिवार को किसानों के गुस्से का शिकार हो गए। तीन कृषि कानूनों से नाराज लोगों ने मलोट इलाके में उनपर हमला कर दिया। एबीपी न्यूज के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा है कि कार से उतरते ही लोगों ने उनके ऊपर हमला बोल दिया। जैसे मॉब लिंचिंग होती है, वैसे मुझे मारा गया।

विधायक नारंग ने कहा कि जब मेरे ऊपर हमले हो रहे थे तो पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। पंजाब सरकार ने पुलिस के हाथ बांध रखे हैं। विधायक ने कहा कि जो सरकार विधायक की रक्षा नहीं कर सकती, उसे रहने का अधिकार नहीं। सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। अरुण नारंग ने आरोप लगाया कि वो लोग मुझे मारने के लिए ही आए थे, ये पूर्ण रूप से पुलिस की विफलता है।

गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के चार साल पूरे होने और सरकार की विफलता को लेकर बीजेपी विधायक ने मुक्तसर में एक कार्यक्रम रखा था। मुक्तसर में उन्हें एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करनी थी। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने विधायक का घेराव कर लिया और उनके कपड़े फाड़ डाले। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से बीजेपी विधायक को भीड़ के बीच से निकाला।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नारंग पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने राज्य में शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कारर्वाई की चेतावनी दी है। उन्होंने किसानों से हिंसा के ऐसे कृत्यों में शामिल नहीं होने की अपील की।

बीजेपी ने राज्य सरकार पर बोला हमला: भारतीय जनता पार्टी ने घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इस घटना को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गयी है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर षड्यंत्र के तहत हमला करने का भी आरोप लगाया।