बीजेपी नेता और झारखंड के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह कांग्रेस नेता इरफान अंसारी को कैमरा के सामने जबरन ‘जय श्री राम’ का नारा बुलवाते नजर आए। झारखंड विधानसभा के बाहर मीडियाकर्मियों के सामने दोनों को ‘जय श्री राम’ के नारे पर एक-दूसरे से जमकर बहस करते देखा गया। इस दौरान सीपी सिंह ने कहा कि आपके पूर्वज बाबर नहीं थे बल्कि श्री राम ही थे। इस दौरान बीजेपी विधायक ने कहा ‘मैं चाहता हूं कि इरफान भाई जोर से ‘जय श्री राम’ का नारा लगाए।’ कांग्रेस विधायक का हाथ पकड़ते हुए उन्होंने आगे कहा ‘आपके पूर्वज भी ‘राम वाले’ थे न कि ‘बाबर वाले।’
इस पर अंसारी ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा ‘आप मुझे डरा नहीं सकते। देश को को रोजगार के अवसर, बिजली और विकास चाहिए न कि धर्म पर आधारित राजनीति।’ इसके बाद सीपी सिंह ने एकबार फिर दोहराया कि आपके पूर्वज भी श्री राम पर भरोसा करते थे।’ मालूम हो कि इससे पहले बुधवार को झारखंड विधानसभा में जारी मानसून सत्र में ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे को लोकर सदन में जमकर हंगामा हुआ था। बोराको से बीजेपी विधायक विरंची नारायण ने सदन में हंगामे के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।
बता दें कि देश के जानी-मानी 49 हस्तियों ने दलितों और अल्पसंख्यकों पर बढ़े जुल्म, हेट क्राइम, मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए उन्होंने पीएम से सीधे सवाल किया है कि अपराधियों के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है। इसके साथ ही पत्र में ‘जय श्री राम के नारे’ को उकसावे वाला बताया है। देशभर से सामाजिक कार्यकर्ता, फिल्म निर्माता और कलाकारों ने पीएम को लिखे पत्र में इस पर रोक लगाने की मांग की है।
पत्र में पूछा गया है कि ‘राम के नाम पर देशभर में हिंसा हो रही है। ‘जय श्री राम’ का नारा युद्धघोष बन चुका है। 1 जनवरी 2009 से 29 अक्टूबर 2018 के दौरान देश में 254 धर्म पर आधारित हेट क्राइम को अंजाम दिया गया। यही नहीं 2016 में दलितों पर अत्याचार के 840 मामले सामने आए। प्रधानमंत्री जी आप बताइए कि अपराधियों के खिलाफ क्या एक्शन लिए गए हैं? इन 49 हस्तियों में फिल्मकार अनुराग कश्यप, अदूर गोपालकृष्णन, मणि रत्नम, अभिनेत्री अपर्णा सेन, कोंकणा सेन शर्मा, फिल्मकार श्याम बेनेगल जैसे नाम शामिल हैं।