राज्यसभा की 16 सीटों पर शुक्रवार को चुनाव हुए, जिसमें 8 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली। पांच पर कांग्रेस को जीत मिली, एक पर शिवसेना, एक पर एनसीपी और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई। हरियाणा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा से चुनाव हार गए, जिससे कांग्रेस को करारा झटका लगा।
भाजपा की वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री निर्मला सीतारमण कर्नाटक से और पीयूष गोयल महाराष्ट्र से जीते। लेकिन पार्टी को राजस्थान में एक बड़ा झटका लगा, जहां उसने अगले साल के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। धौलपुर विधायक शोभरानी कुशवाह ने कांग्रेस उम्मीदवार के लिए क्रॉस वोट किया, जिससे पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की हार हुई।
31 मार्च को हुए चुनाव में 13 में से 4 सीटें जीतने के बाद भाजपा की संख्या 101 तक पहुंच गई (इसमें मनोनीत सदस्य शामिल थे)। 1988 के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाली बीजेपी पहली पार्टी बन गई। अप्रैल में पार्टी के पंजाब से सांसद श्वेत मलिक के रिटायर होने के बाद, संख्या घटकर 100 हो गई। शुक्रवार की जीत के साथ, राज्यसभा में पार्टी के सांसदों की संख्या बढ़कर 95 हो जाएगी। राष्ट्रपति जब नए सदस्यों को मनोनीत करेंगे, यह संख्या 100 पार कर जाएगी।
महाराष्ट्र में 3 सीटों पर बीजेपी की जीत हुई। महाराष्ट्र के एक बीजेपी नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पार्टी की महाविकास आघाडी पर पहली बार काफी समय बाद बड़ी नैतिक जीत हुई है। वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमारे एक उम्मीदवार के हारने का मतलब यह होता कि बीजेपी ने 2019 के बाद से कुछ नहीं सीखा, जब शिवसेना अलग हो गई और सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिला लिया। राज्य में बीजेपी के तमाम प्रयासों के बावजूद पार्टी तब से राजनीतिक रूप से वापस नहीं आ पाई थी। यह निश्चित रूप से पार्टी को पटरी पर लाएगा और नेताओं के बीच मतभेद भी कम हो जाएंगे।”
राजस्थान में कांग्रेस के 3 उम्मीदवार जीते जबकि बीजेपी सिर्फ 1 सीट जीत पाई। बीजेपी द्वारा समर्थित जी ग्रुप के मालिक सुभाष चंद्रा चुनाव हार गए। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने सुभाष चंद्रा के पक्ष में वोट करने के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) को लुभाने की कोशिश की, लेकिन उसके दो विधायक कांग्रेस के साथ खड़े रहे। कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी को क्रॉस वोटिंग करने और पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने को लेकर बीजेपी ने धौलपुर के विधायक शोभारानी कुशवाहा को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा द्वारा पूर्व सीएम वसुंधरा के साथ मतभेद के लिए मशहूर घनश्याम तिवारी को उच्च सदन के लिए नामित करने के निर्णय के बाद राजे खेमा नाराज।था। आधिकारिक गुट ने आरोप लगाया कि कुशवाहा ने वसुंधरा राजे के इशारे पर क्रॉस वोट किया। पार्टी के एक नेता ने कहा, “यह तब तक होता रहेगा जब तक केंद्रीय नेतृत्व इस मुद्दे की जड़ को नहीं ढूंढता और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता।”