आगामी लोकसभा इलेक्शन में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के कर्नाटक में 25 सीटें जीतने की संभावना है। वहीं, इंडिया अलायंस को केवल तीन सीटें ही मिलने का अनुमान है। न्यूज 18 मेगा पोल ओपिनियन में यह जानकारी सामने आई है। सर्वे में एनडीए को 58 फीसदी, इंडिया को 35 फीसदी और अन्य को 7 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान लगाया गया है। अगर देखा जाए तो दक्षिण भारत में भी कांग्रेस पार्टी और उसके अलायंस को बड़ा झटका लग सकता है।

21 प्रमुख राज्यों के 518 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए ओपिनियन पोल में 1,18,616 से अधिक लोग शामिल हैं। यह 95 फीसदी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। कर्नाटक की राजनीति में चुनावी हलचल होती रहती है। शासन बदलने से लेकर रिसॉर्ट की राजनीति तक दक्षिण का यह राज्य हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। बता दें कि कर्नाटक में राजनीतिक परिदृश्य काफी बदल चुका है। कांग्रेस पार्टी ने बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी और अब लोकसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने की तैयारी मे है।

2019 के लोकसभा चुनाव में किसका कैसा रहा प्रदर्शन

अब बात की जाए 2019 के लोकसभा चुनावों की तो यहां पर भाजपा ने साल 2019 में 28 में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, बची हुईं तीन सीटों में से एक-एक सीट कांग्रेस जेडीएस और निर्दलीय के खाते में गई थी। जेडीएस और कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था फिर भी वह ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब नहीं हो सके। यह दोनों पार्टियां जमीनी स्तर पर एक-दूसरे से तालमेल बिठाने में सफल नहीं हुए। इसको कर्नाटक में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन और भाजपा का अच्छा रिकॉर्ड कहा गया।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और तुमकुर में पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा हार गए थे। सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक, जहां बीजेपी को 51.4 फीसदी वोट मिले, वहीं कांग्रेस 31.9 फीसदी और जेडीएस को 9.7 फीसदी वोट मिले। भाजपा से चुने गए ज्यादातर उम्मीदवार पिछली लोकसभा में सांसद थे।

2019 के लोकसभा इलेक्शन का एक दिलचस्प पहलू यह था कि बीजेपी ने दक्षिण कर्नाटक बेल्ट में बहुत आक्रामक तरीके से एंट्री की थी। वहीं, अब नजर डालें 2014 के लोकसभा चुनाव की तो यहां 28 सीटों पर चुनाव हुए थे। इसमें से बीजेपी ने 17, कांग्रेस 9 और जेडीएस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, नवंबर 2019 में हुए उपचुनाव में बीजेपी बेल्लारी की सीट से कांग्रेस से मात खा गई। 2014 लोकसभा इलेक्शन में जहां बीजेपी को 43.37 फीसदी वोट शेयर मिला था। वहीं, कांग्रेस को 41.15 और जेडीएस को 11.7 फीसदी वोट शेयर मिला था।

2024 के लिए प्लानिंग

बीजेपी ने बुधवार को उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इसमें केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को धारवाड़ से टिकट दिया गया है वहीं, पूर्व सीएम येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र शिमोगा से चुनाव लड़गें। बेंगलुरु दक्षिण के मौजूदा सांसद तेजस्वी सूर्या बेंगलुरु दक्षिण सीट से चुनाव लड़ेंगे। साथ ही, यदुवीर कृष्णदत्त वाडियार मैसूर में प्रताप सिम्हा की जगह लेंगे। कर्नाटक के पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई को भी हावेरी से टिकट दिया गया है।

यह जेडीएस के लिए एक तरह से भूमिका में बदलाव है। जेडीएस पिछले साल सितंबर में बीजेपी के एनडीए में शामिल हो गया। साथ ही, वह यह साबित करना चाहता है कि वह दक्षिण कर्नाटक में एक बड़ी ताकत है। आगामी चुनाव को राज्य भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र के लिए लिटमस टेस्ट के रूप में भी देखा जा रहा है, जिनके पास लोकसभा चुनावों में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए पार्टी का नेतृत्व करने का कठिन काम है।