भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर तमाम तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं। दोनों नेताओं की मुलाकात जयपुर में कांस्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन के बाद हुई। दोनों नेताओं की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर कई लोगों ने इसे राजे की अपनी पार्टी से नाराजगी से जोड़ा। हाल ही में भाजपा ने राज्य में परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाली थी। इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नहीं शामिल हुई थीं। इससे सियासी हलचल तेज हो गई है।
विधानसभा चुनावों से पहले इस मुलाकात से कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं
भाजपा ने अभी तक राज्य चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, या अपनी रणनीति का कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है। हालांकि, रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि पार्टी सत्तारूढ़ कांग्रेस से मुकाबला करने के लिए वसुंधरा राजे, राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत और सतीश पूनिया सहित अन्य नेताओं के संयुक्त नेतृत्व पर भरोसा कर रही है।
कुछ दिनों से वसुंधरा राजे दिल्ली में डेरा डाले हुई थीं। 10 दिन बाद वह लौटीं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कीं। इससे कुछ महीनों बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजनीतिक अफवाहों को बल मिल गया।
सोशल मीडिया पर यूजरों का कहना है वसुंधरा राजे को अपनी योजना का खुलासा कर देना चाहिए। अगर वे भाजपा में ज्यादा महत्व नहीं मिलने से कांग्रेस में जाना चाहती हैं तो उन्हें ऐसा खुलकर ऐलान करना चाहिए।
उधर, शनिवार को जयपुर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए मुख्यालय के भवन की आधारशिला रखी और शिलान्यास की पट्टिका का अनावरण किया। कांग्रेस का यह कार्यालय शहर के मानसरोवर इलाके में बनाया जाएगा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि इसकी प्रस्तावित इमारत चार मंजिला होगी। डोटासरा ने कहा, ”मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के नए कार्यालय भवन की आधारशिला रखी।” इस कार्यक्रम के बाद खरगे और राहुल गांधी ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें पार्टी के राज्य से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता शामिल हुए।