कांग्रेस पर उसके तीन ट्रस्टों में वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों पर सरकार की तरफ से जांच बिठाई जा चुकी है। अब भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके एक पत्र का संज्ञान लेते हुए राजीव गांधी फाउंडेशन की जमीन पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। स्वामी का कहना है कि इस पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार से वह जमीन लेने के लिए कहा था जिस पर राजीव गांधी फाउंडेशन बना है। स्वामी के मुताबिक, राजीव गांधी फाउंडेशन कांग्रेस पार्टी ऑफिस की बिल्डिंग के लिए मुहैया कराए गए जमीन पर फाउंडेशन खड़ा किया। स्वामी ने आरोप लगाए कि सोनिया गांधी ने इस जमीन को हड़प लिया और पार्टी ऑफिस के लिए प्रस्तावित इस जमीन को पार्टी ट्रस्ट में बदल दिया।

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने कांग्रेस से जुड़े तीन ट्रस्टों की जांच के लिए एक मंत्रियों की कमेटी भी गठित कर दी है। यह समिति राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा इनकम टैक्स और विदेशी दान के नियमों के उल्लंघन की जांच करेगा। कमेटी की जांच गांधी परिवार के ट्रस्टों द्वारा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), इनकम टैक्स एक्ट, फॉरेन कॉन्ट्रीब्यूशन (रेगुलेशन) एक्ट के उल्लंघन पर ही केंद्रित होगी। गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस कमेटी की अध्यक्षता प्रवर्तन निदेशालय के स्पेशल डायरेक्टर की तरफ से की जाएगी।

गौरतलब है कि पिछले महीने ही स्वामी ने एक टीवी चैनल के सामने कहा था कि राजीव गांधी फाउंडेशन का स्कैम उन्होंने ही 2015 में उजागर किया था। हालांकि, उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उस समय के वित्त मंत्री इस मामले को देखने के पक्ष में नहीं थे। स्वामी ने खुलासा किया था कि उन्होंने पीएम मोदी से RGF की इमारत का राष्ट्रीयकरण करने के लिए कहा था। उन्होंने बताया था कि किसी निजी संस्थान का सरकारी जमीन पर कब्जा करना गैरकानूनी है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने कांग्रेस से जुड़े तीन ट्रस्ट की जांच के आदेश दिए हैं। जहां राजीव गांधी फाउंडेशन की स्थापना 1991 में की गई थी, वहीं राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट 2002 में स्थापित हुई थी। दोनों की ही अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कर रही हैं। हालांकि, कांग्रेस ने ट्रस्ट में किसी भी तरह के गलत कामों और कानून के उल्लंघन से इनकार किया है और इसे राजनीतिक षड़यंत्र करार दिया। पिछले महीने ही भाजपा ने कांग्रेस पर धोखाधड़ी कआ आरोप लगाया था। भाजपा नेताओं ने कहा था कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब मनमोहन सिंह सरकार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष की राशि राजीव गांधी फाउंडेशन को दान में देते थे।