पिछले दिनों जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार लेफ्ट छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में शामिल होने को लेकर ही एक टीवी कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस को डूबता जहाज कहने वाले कन्हैया को भी पार्टी में शामिल कर लिया गया। सुधांशु त्रिवेदी के इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता ने भी पलटवार किया।

न्यूज 18 इंडिया पर आयोजित टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने किसान आंदोलन में खालिस्तानी तत्व के शामिल होने के सवाल पर कहा कि अगर इस आंदोलन में ऐसे तत्व हैं तो सरकार एक्शन क्यों नहीं ले रही है। साथ ही रोहन गुप्ता ने यह भी कहा कि किसान आंदोलन पूरी तरह से स्वतंत्र आंदोलन है।

कांग्रेस प्रवक्ता के इन बयानों पर जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि किसान आंदोलन में खालिस्तानी तत्व के शामिल होने की बात सबसे पहले कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने की। लेकिन इनके विचारों की स्थिति ऐसी है कि इंदिरा गांधी के खिलाफ बोलने वाले लोगों के साथ भी ये खड़े हैं। इन्होंने तो कांग्रेस कार्यालय में कन्हैया कुमार का प्रेस कांफ्रेंस कराया जिन्होंने कहा कि मैं डूबते जहाज को बचाने आया हूं। साथ ही सुधांशु त्रिवेदी ने कृषि कानून की वापसी को लेकर कहा कि हमने तो इन कानूनों को वापस ले लिया लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और महाराष्ट्र में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग अभी भी लागू है।

इसके अलावा सुधांशु त्रिवेदी ने कई अन्य मुद्दों को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला। इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि मुझे ये बताइए कि अगर वो फैसला सही था तो वापस क्यों लिया, अगर गलत था तो थोपा क्यों। साथ ही उन्होंने कहा कि जितने सवाल ये राहुल गांधी और ममता बनर्जी पर पूछ रहे हैं अगर उतने सवाल प्रधानमंत्री की माफ़ी पर पूछते तो इतने किसानों की मौत नहीं होती।

गौरतलब है कि सितंबर के महीने में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस में शामिल होने के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कन्हैया कुमार ने कहा था कि मैं इस देश की सबसे पुरानी पार्टी, सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल होना चाहता हूं क्योंकि अब लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कश्तियां भी नहीं बचेंगी।