केरल के अलप्पुझा में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव रंजीत श्रीनिवास हत्या कर दी गई। गौरतलब है कि रंजीत 2016 के विधानसभा चुनाव में अलाप्पुझा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी थे। पेशे से वकील 40 साल के रंजीत रविवार की सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए तैयार हो रहे थे कि तभी कुछ लोगों के एक समूह ने उनके घर में घुसकर गला रेतकर हत्या कर दी।
एसडीपीआई पर आरोप: जिस वक्त रंजीत की हत्या की गई, उस दौरान उनकी मां विनोदिनी पूजा के लिए स्थानीय मंदिर गई थीं। उनके भाई अभिजीत ने बताया कि मेरे भाई (रंजीत) को कोच्चि में भाजपा ओबीसी मोर्चा की समिति की पहली बैठक में शामिल होना था। आरोप है कि एसडीपीआई के कार्यकर्ताओं ने अपने राज्य सचिव एस शान की शनिवार को हुई हत्या के प्रतिशोध में रंजीत की हत्या की।
अभिजीत ने बताया कि रंजीत रविवार की सुबह अपनी बड़ी बेटी भाग्य को ट्यूशन क्लास में छोड़कर घर लौटे थे। सोमवार को परिवार के रंजीत के घर पर एक शख्स ने कहा, “SDPI नेता शान की हत्या में रंजीत के घबराने की कोई वजह नहीं थी। उनके ऊपर कभी आपराधिक मामला भी नहीं रहा। लेकिन एसडीपीआई के राज्य-स्तरीय नेता की हत्या के बाद जवाबी कार्रवाई करने के लिए उसी कद के भाजपा नेता की तलाश थी।”
छोटी बेटी के सामने की हत्या: हत्या को लेकर अभिजीत ने कहा, “उन लोगों ने मेरे भाई के सिर पर हथौड़े से मारा और धारदार हथियार से गला काट दिया गया। उन लोगों ने घर में भी तोड़फोड़ की।” उन्होंने कहा कि बदमाशों ने मां, पत्नी और रंजीत की छोटी बेटी के सामने ही उनके चेहरे पर कई घाव दिये और विकृत कर दिया। अभिजीत ने कहा कि रंजीत की बड़ी बेटी भाग्य ट्यूशन क्लास में थी लेकिन उसकी छोटी बेटी हृदय ने अपनी आंखों से अपने पिता की निर्मम हत्या देखी।
अभिजीत ने बताया कि “जब छोटी बेटी दौड़ती हुई जब ड्राइंग रूम में आई तो बदमाशों ने उसे भी तलवार दिखाई। उन लोगों ने मेरी मां पर एक कुर्सी से हमला किया। बता दें कि रंजीत मछुआरे जाति धीवरा के एक नेता के रूप में उभरे थे। उनकी पत्नी लिशा भी अलाप्पुझा में एक वकील हैं।
मिला अहम सुराग: केरल पुलिस ने सोमवार को जानकारी दी कि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेता के एस शान की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा रंजीत श्रीनिवास हत्या मामले में भी पुलिस को अहम सुराग मिला है। जिसकी जांच एसआईटी कर रही है। बता दें कि पुलिस को श्रीनिवास की हत्या में शामिल करीब 12 लोगों के बारे में ‘‘ठोस सुराग’’ मिले हैं और उनकी पहचान की पुष्टि की जा रही है।
