बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दारुल उलूम देवबंद को पत्र लिखकर उस शख्स के खिलाफ फतवा जारी करने की मांग की है, जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
यह घटना लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के द्वारा बिहार में निकाली गई वोटर अधिकार यात्रा के दौरान हुई थी। इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद रिजवी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। मोहम्मद रिजवी जाले विधानसभा क्षेत्र के भोपुरा गांव का निवासी है।
जमाल सिद्दीकी ने इस घटना को बेहद गंभीर और संवेदनशील मामला बताया है। सिद्दीकी ने कहा है कि इस्लाम बूढ़े माता-पिता को सम्मान देने की बात कहता। उन्होंने कहा कि बिहार के दरभंगा में इंडिया ब्लॉक की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ मोहम्मद रिजवी की टिप्पणी ने मुस्लिम समुदाय की छवि खराब की है।
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जमाल सिद्दीकी ने दारुल उलूम देवबंद को पत्र लिखकर कहा है कि कुरान में अल्लाह ने अपने माता-पिता के साथ विनम्र होकर पेश होने का आदेश दिया है और हदीस में पैगंबर मुहम्मद ने मां को स्वर्ग का प्रवेश द्वार बताया है।
नैतिक मूल्यों के खिलाफ है टिप्पणी- सिद्दीकी
जमाल सिद्दीकी ने कहा है कि मोहम्मद रिजवी ने जो किया है, वह न केवल एक परिवार का अपमान है बल्कि इस्लामी शिक्षाओं और नैतिक मूल्यों के भी खिलाफ हैं। जमाल सिद्दीकी ने दारुल उलूम देवबंद के विद्वानों से इस मामले पर गौर करने और मोहम्मद रिजवी के खिलाफ फतवा जारी करने का आग्रह किया है।