बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को हज यात्रा पर जाने की नसीहत दी है। कहा कि साथ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी लेते जाइए। वह बहुत खुश होंगे। उन्होंने कहा कि उद्धव जी के विचार बदल गए हैं। अब वह पहले वाले नेता नहीं रह गए हैं। ऐसे में अयोध्या जाने की जगह वह हज कर आएं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “वैचारिक रूप से बदल जाने के बाद अयोध्या की बजाय उद्धव के लिए ‘हज यात्रा’ पर जाना उचित होगा। राहुल गांधी भी खुशी से आपके साथ शामिल होंगे। आखिरकार कांग्रेस ने आपको सीएम बनाने के लिए मुसलमानों से अनुमति ले ली है।” हाल ही में सीएम उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मार्च में अयोध्या जाने की बात कही थी।
कहा उद्धव अब पहले वाले हिंदुत्व का नहीं कर रहे हैं प्रतिनिधित्व: राव के हवाले से एएनआई ने कहा, “अयोध्या का दौरा करके ठाकरे केवल एक पाप कर रहे हैं और किसी पर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि वह राहुल गांधी के साथ उनकी पसंद के स्थान पर जाएं, क्योंकि आज उद्धव ठाकरे हिंदुत्व की राजनीति का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं जो उनके पिता बाल ठाकरे करते थे। कुछ हफ्ते पहले तक उद्धव ठाकरे भी करते थे।”
Having converted ideologically, it would be fitting for Uddhav to go on “Haj pilgrimage” rather than to Ayodhya. Rahul Gandhi would be happy to join. After all, @INCIndia has taken “permission” from Muslims to join & make you CM.@OfficeofUT @RahulGandhi
https://t.co/wuAi9VYQkG— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) January 25, 2020
शिवसेना नेता ने ट्वीट कर दी थी जानकारी: शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया था और कहा था कि ‘चलो अयोध्या! मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सत्ता में 100 दिन पूरे होने पर अयोध्या जाएंगे।’ संजय राउत ने अपने बयान में यह भी कहा था कि सरकार अपना काम कर रही है और भगवान राम की कृपा से पूरे 5 साल चलेगी। सत्ता में 100 दिन पूरे होने पर उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे और भगवान राम का आशीर्वाद लेंगे।
जून 2019 में भी अयोध्या गए थे ठाकरे: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के इस कार्यक्रम को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। ये हमारी आस्था से जुड़ा मसला है और इस दिन महाराष्ट्र व देशभर से जुड़े शिवसेना के कार्यकर्ता महाराष्ट्र आएंगे। इससे पहले जून 2019 में उद्धव ठाकरे अयोध्या गए थे और भगवान राम की पूजा अर्चना की थी। उनके साथ शिवसेना के 18 सांसद भी अयोध्या गए थे।