भाजपा के ‘दिसपुर घेराव’ की आलोचना करते हुए असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने बुधवार को कहा कि इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करना है ताकि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सके। गोगोई ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भाजपा का आज दिसपुर घेराव वादों को पूरा करने में मोदी सरकार की विफलता को ढंकने का प्रयास मात्र है, भाजपा राज्य में किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ा करनी चाहती है और यहां राष्ट्रपति शासन लगवाना चाहती है।’’

उन्होंने आरोप लगाए, ‘‘भाजपा सांप्रदायिक संघर्ष कराने का प्रयास कर रही है और हमें इस बारे में खुफिया सूचना मिली है। मंदिरों में गोमांस रखवाने का प्रयास किया जा रहा है। वे सिल्चर और धुबरी जैसे संवेदनशील इलाकों में ऐसा प्रयास कर रहे हैं, वे असम में अतिवादियों को भी बढ़ावा दे रहे हैं जिसमें उग्रवादी और जिहादी दोनों शामिल हैं।’’

गोगोई ने कहा कि आरएसएस, बजरंग दल, हिंदू सेना और अन्य हिंदुत्ववादी ताकतें भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के दिशानिर्देश में काम कर रही हैं ताकि कानून…व्यवस्था की समस्या पैदा की जा सके जिससे राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए आधार तैयार हो। उन्होंने कहा कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहती क्योंकि ‘‘वे जानते हैं कि अगर कांग्रेस सरकार रही तो आगामी कुछ महीने में यह कुछ और अच्छा काम करेगी।’’