केंद्रीय की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी सप्ताह के किसी भी दिन इसका एलान किया जा सकता है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें कैबिनेट में शामिल होने के लिए फोन आ गया है। जिसके बाद उन्होंने अपना दौरान कैंसिल कर दिया है। हालांकि जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा तो सिंधिया ने कुछ भी कहना से इंकार कर दिया। सिंधिया ने कहा कि मैं दौरे पर हूं और जनता के बीच उनका सुख-दुख बांट रहा हूं। मैं बीजेपी का एक आम कार्यकर्ता हूं और उसी शैली में काम कर रहा हूं। उसके बाद वह आगे बढ़ गए।

उनके एक करीबी भाजपा नेता ने कहा कि वह मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल का दौरा अधूरा छोड़कर मंगलवार दोपहर दिल्ली रवाना हो सकते हैं। सिंधिया उन प्रमुख दावेदारों में शामिल माने जा रहे हैं जिन्हें मोदी मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है। इंदौर में मंगलवार सुबह सिंधिया से जब संवाददाताओं ने उनके केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने इस सवाल का कोई भी जवाब नहीं दिया और कहा कि उन्हें अपने अगले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना होना है।

सिंधिया ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामाप्रसाद मुखर्जी की 120 वीं जयंती पर इंदौर में उनकी प्रतिमा पर अन्य भाजपा नेताओं के साथ माल्यार्पण किया। सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल का तीन दिवसीय दौरा रविवार से शुरू किया था और मूल कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें बुधवार सुबह 09:15 बजे इंदौर से दिल्ली रवाना होना था। सिंधिया के नजदीकी एक भाजपा नेता ने कहा कि वह इस दौरे को अधूरा छोड़कर मंगलवार दोपहर 03:30 बजे इंदौर से दिल्ली रवाना हो सकते हैं।

सिंधिया के दौरा कार्यक्रम में संभावित परिवर्तन को मोदी मंत्रिपरिषद के विस्तार की अटकलों से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बीच, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सिंधिया के शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा, “अगर उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जा रहा है, तो उन्हें बहुत बधाई।”

गौरतलब है कि सिंधिया की सरपरस्ती में कांग्रेस के 22 बागी विधायक विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए थे। जिसके चलते कमलनाथ की सरकार गिर गई थी। इसके बाद उपचुनाव जिताने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे में इसका फल सिंधिया को केंद्रीय मंत्री की कुर्सी के रूप में मिल सकता है।

ऐसा माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में व्यापक फेरबदल होगा और भाजपा अपने पुराने सहयोगी शिवसेना को भी इसमें शामिल कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा अपने पुराने सहयोगी शिवसेना को महाराष्ट्र में अस्थिर गठबंधन सरकार को गिराने के लिए राजी करने की उम्मीद कर रही है। ऐसे में शिवसेना को भी मंत्रिमंडल में रखा जा सकता है।

वर्तमान में केंद्रीय मंत्रिमंडल में 53 मंत्री हैं। संविधान के मुताबिक अधिकतम 81 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस हिसाब से मंत्रिमंडल में 28 और लोगों को समायोजित किया जा सकता है। नए मंत्रियों की लिस्‍ट लगभग फाइनल हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरुवार तक सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। कई नेता जिनके मंत्री बनने की चर्चा है, दिल्‍ली पहुंच रहे हैं। कुछ नेताओं को फोन भी पहुंचने लगे हैं।