कर्नाटक की राजनीति से जुड़ी एक अहम खबर सामने आ रही है, जहां जेडीएस और बीजेपी के बीच गठबंधन लगभग । इस गठबंधन पर कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा का यह बयान मुहर लगाता दिख रहा है, जिसमें उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि देवेगौड़ा जी ने हमारे प्रधान मंत्री से मुलाकात की और उन्होंने पहले ही लगभग लोकसभा की 4 सीटें फाइनल कर ली हैं, मैं उनका स्वागत करता हूं।” कांग्रेस ने बीएस येदियुरप्पा के इस बयान के बाद गठबंधन की चर्चा पर अपनी प्रातक्रिया देते हुए इस दो असहाय लोगों का गठबंधन बताया है। 

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कर्नाटक कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टर ने बयान देते हुए कहा कि दो असहाय लोग गठबंधन बनाते हैं, यह गठबंधन भी ऐसे ही दो लोगों के बीच है। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव में गठबंधन बनाना जेडीएस और भाजपा पर निर्भर है। उन्होंने पहले भी विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन किया था और फिर टूट गया, अब वे फिर से गठबंधन की बात कर रहे हैं, सुविधाजनक होने पर गठबंधन करना, असुविधा होने पर गठबंधन से हट जाना कितनी बार वे ऐसा करेंगे और लोगों का विश्वास खो देंगे।”

5 सीट मांग रहे थे देवेगौड़ा

सूत्रों के मुताबिक पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा ने कर्नाटक में पांच लोकसभा सीटें मांगी थीं। JDS द्वारा मांगी गई पांच लोकसभा सीटें मांड्या, हासन, तुमकुरु, चिकबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण थीं। हालांकि बातचीत अभी बाकी है।

सूत्रों ने कहा कि 91 वर्षीय देवेगौड़ा और उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी ने जद (एस) ने भाजपा के सामने प्रस्ताव रखा था। यह चर्चा जुलाई में देवेगौड़ा के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी, उन्होंने किसी संभावना से इनकार किया था। अटकलें यह भी थी कि JDS भी INDIA गठबंधन का हिस्सा बन सकती है लेकिन BJP के साथ गठबंधन की इस चर्चा के अब सब साफ हो गया।

कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा क्षेत्र हैं। 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 25 सीटें जीतीं थी जबकि पार्टी समर्थित एक उम्मीदवार ने भी जीत हासिल की थी। कांग्रेस और जद(एस) को एक-एक सीट हासिल मिली थी ।