भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने हाल ही में भाजपा मुख्यालय की तीसरी मंजिल स्थित अपने कमरे के वास्तु में बदलाव करवाया है। पार्टी के मुख्यालय स्थित सभी कमरों में रखे हुए टेबल का अगला हिस्सा दरवाजे की तरफ है। भाजपा नेता ने इसको उलट दिया है।
उन्होंने इसके पीछे जो वजह बताई है वह बहुत रोचक है। सिंह का कहना है कि वह खिड़की से दिखने वाले महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर की तरफ के मनोरम दृश्य को मिस नहीं करना चाहते हैं। यह खिड़की पार्क की तरफ खुलती है और वहां फ्लाईओवर की तरफ सुंदर ग्राफिटी नजर आती है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल के अनुसार भाजपा के गलियारे में यह अफवाह है कि पार्टी के नेता ने यह बदलाव वास्तुदोष खत्म करने के लिए किया है। सिंह हाल में राज्यसभा के लिए हुए नामांकन में अपने नाम पर विचार नहीं किये जाने से काफी परेशान चल रहे थे।
मालूम हो कि अरुण सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। अरुण सिंह विभिन्न मसलों पर पार्टी का पक्ष बड़ी मजबूती से रखते हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के निर्णय का बड़ी मुखरता के साथ बचाव किया था। भाजपा महासचिव का कहना था कि अनुच्छेद 370 हटने से अलगाववादी और राजनीतिक दलों के लोग कोमा में चले गए।
भाजपा नेताओं और उनके कार्यालयों से जुड़े लिए वास्तु दोष की खबरें कोई नई नहीं हैं। इससे पहले मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि भाजपा को उनका नवनिर्मित कार्यालय रास नहीं आ रहा है। नए कार्यालय में आने के बाद पार्टी की हार के लिए इसके वास्तुदोष को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था।
खबरों के अनुसार पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने फिर से अशोक मार्ग स्थित अपने पुराने कार्यालय में बैठने का निर्णय भी ले लिया था। कहा जा रहा था कि पार्टी के नए दफ्तर में आने के बाद से पार्टी कर्नाटक में सबसे बड़ा दल होने के बाद भी सरकार नहीं बना पाई थी। पार्टी को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी हार का सामना करना पड़ा था।