केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा विपक्षी नेताओं को मारकर किसी भी राज्य पर शासन नहीं करती है। पश्चिम बंगाल में हिंसा की हालिया घटनाओं और पिछले साल विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, “हां, हम (भाजपा) हर जगह चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन हमारी विचारधारा, प्रदर्शन और कार्यक्रम के आधार पर। यहां तक कि टीएमसी भी चुनाव लड़ने गोवा गई थी, लेकिन हम विपक्षी नेताओं को मारकर और महिलाओं के साथ बलात्कार करके किसी भी राज्य पर शासन नहीं करना चाहते हैं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो लोग अपनी पार्टी का चुनाव नहीं करा सकते, वे हमें लोकतंत्र के बारे में उपदेश दे रहे हैं।” अमित शाह ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने डर के चलते आपातकाल लगाया था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, “हम किसी भी चुनाव से डरते नहीं हैं, लेकिन हमारे पास एक इतिहास है कि कैसे डर से आपातकाल लगाया गया था।”
अमित शाह ने कहा कि भाजपा किसी भी चुनाव से नहीं डरती है, “जीत या हार लोकतंत्र का हिस्सा है”। हार के डर से दिल्ली एमसीडी चुनावों को लटकाने के आम आदमी पार्टी के आरोपों पर अमित शाह ने कहा, “हमें AAP से क्यों डरना चाहिए? अगर वे चुनाव जीतने के लिए इतने आश्वस्त हैं तो वे छह महीने बाद भी चुनाव जीत सकते हैं। आशंका क्यों है?”
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, “यूपी की सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त हो गई। वे उत्तराखंड की सभी सीटें हार गए, वे मणिपुर भी नहीं गए। वे गोवा में भी बुरी तरह हार गए।” अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में बीजेपी पर दिल्ली एमसीडी इलेक्शन लटकाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर बीजेपी यहां जीत जाए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे तो बीजेपी कल को गुजरात और महाराष्ट्र के चुनाव भी टाल देगी। यह अलोकतांत्रिक है।