21 अक्टूबर को हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी ने रविवार को सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली। यह लिस्ट सोमवार को जारी होने वाली थी। लेकिन, पार्टी के भीतर के एक वर्ग का कहना है कि उम्मीदवारों के चयन के बाद, राज्य के दक्षिणी हिस्से में दांवेदारों के चयन प्रक्रिया में व्याप्त कलह को देखते इसे टाला जा सकता है। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चूंकि, पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने 80 विधानसभा क्षेत्रों के लिए केवल एक ही नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन 8-10 विधानसभा क्षेत्रों में एक अधिक उम्मीदवार टिकट के दावेदार थे।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की तीन घंटे की लंबी बैठक रविवार शाम नई दिल्ली में हुई, जिसमें सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों पर अंतिम मुहर लगाई गई। बैठक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के पार्टी प्रभारी अनिल जैन शामिल थे। बीजेपी को शुरू में आज रात 9.30 बजे अपने पहले उम्मीदवारों की घोषणा करने की उम्मीद थी।
हालांकि ऐसा नहीं हुआ और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इसके बजाय हरियाणा भवन चले गए। पार्टी सूत्रों ने खुलासा किया कि कृष्णपाल खट्टर से हरियाणा भवन में देर रात मिले। उनकी बैठक के परिणाम की अभी तक पुष्टि नहीं हुई थी। बताया जा रहा है कि कम से कम दो सांसद राव इंद्रजीत सिंह (एमपी, गुड़गांव) और कृष्ण पाल (एमपी, फरीदाबाद) राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में अपने परिजनों को लॉन्च करने के लिए पार्टी टिकट की मांग कर रहे हैं।
लगभग 10.30 बजे भाजपा मुख्यालय सम्मेलन कक्ष में डेरा डालने वाले मीडियाकर्मियों को सूचित किया गया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं होगी और उम्मीदवारों की पहली सूची ईमेल के माध्यम से जारी की जाएगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई। यह पता चला है कि उम्मीदवारों की सूची को 8-10 सीटों को छोड़कर अंतिम रूप दिया गया था।
हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अक्टूबर है और नामांकन पत्रों की जांच 5 अक्टूबर को होगी। उम्मीदवार अपना नामांकन 7 अक्टूबर तक वापस ले सकते हैं, जबकि मतदान 21 अक्टूबर को होना है और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी।