दिल्ली के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी पूरा जोर लगा रही है। उम्मीदवारों के चयन से लेकर सोशल मीडिया और जमीन तक चुनाव लड़ने के लिए लगातार रणनीति बनाई जा रही है। लेकिन पार्टी के कई उम्मीदवारों को विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही मंगोलपुरी सीट पर देखने को मिला है। यहां से बीजेपी के उम्मीदवार राजकुमार सिंह चौहान के खिलाफ बीजेपी के ही नेताओं ने जोरदार नारेबाजी की और चौहान को बाहरी उम्मीदवार बताया।

विरोध करने वाले नेता का नाम करम सिंह कर्मा है और वह 2020 में यहां से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। कर्मा के समर्थकों ने बीजेपी दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और नारे लगाए कि हमें बाहरी नेता नहीं चाहिए। मंगोलपुरी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले ही करावल नगर विधानसभा की सीट को लेकर भी इसी तरह का विवाद देखने को मिला था।

Delhi Elections: ‘जैसे जंगल में हिरणी भागती है वैसे दिल्ली की सड़कों पर आतिशी…’, रमेश बिधूड़ी ने फिर दिया विवादित बयान

बड़े नेता हैं राजकुमार चौहान

याद दिलाना होगा कि राजकुमार चौहान एक वक्त में मंगोलपुरी विधानसभा में कांग्रेस के बड़े चेहरे थे। वह कई बार इस सीट से विधानसभा चुनाव जीते और शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री भी रहे थे। लेकिन 2013, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। तीनों ही चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर इस सीट से राखी बिड़लान ने जीत दर्ज की थी।

2020 के विधानसभा चुनाव में राखी बिड़लान की जीत का अंतर 30,116 वोटों का रहा था। इस बार आम आदमी पार्टी ने राखी बिड़लान को मंगोलपुरी के बजाय मादीपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।

पिछले तीन चुनाव में राखी बिड़लान को ही इस सीट से जीत मिली थी। बीजेपी इस बार किसी भी कीमत पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विजय रथ को रोकना चाहती है और इसके लिए पार्टी तमाम बड़े नेताओं को टिकट दे रही है।

Delhi Elections: AAP ने दो विधानसभा सीटों पर बदले प्रत्याशी, इन चेहरों पर लगाया दांव

कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे चौहान

राजकुमार चौहान पिछले साल ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे और तब यह तय माना जा रहा था कि उन्हें पार्टी मंगोलपुरी सीट से उम्मीदवार बनाएगी और ऐसा ही हुआ। देखना होगा कि बीजेपी यहां पर अपने नाराज नेता करम सिंह कर्मा और उनके समर्थकों को मना पाती है या नहीं?

करावल नगर में भी हुआ था विरोध

कुछ दिन पहले ही करावल नगर विधानसभा की सीट को लेकर भी इसी तरह का विवाद देखने को मिला था। जहां पर बीजेपी ने मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटकर कपिल मिश्रा को दे दिया था। टिकट कटने के बाद मोहन सिंह बिष्ट बहुत नाराज हुए थे और उन्होंने करावल नगर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। हालांकि बीजेपी नेतृत्व में उन्हें मनाया और सटी हुई सीट मुस्तफाबाद से चुनाव मैदान में उतारा।

दिल्ली में वापसी का दावा कर रही BJP लेकिन इन 7 सीटों पर बेहद मुश्किल मुकाबला। क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर।