भारतीय राजनीति और चुनावों में जातिगत आंकड़ों का बड़ा महत्व होता है। भाजपा, जो इस वक्त देश की सबसे बड़ी पार्टी है और केन्द्र की सत्ता में है, वह जातिगत समीकरणों की महत्ता को बखूबी पहचानती है। यही वजह है कि पार्टी ने मंगलवार को दो महत्वपूर्ण राज्यों उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में जातीय समीकरणों का बखूबी ख्याल रखा है। बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में कुर्मी जाति से आने वाले स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। स्वतंत्र देव सिंह, महेंद्र नाथ पांडेय की जगह लेंगे, जिन्हें केन्द्र सरकार में मंत्रीमंडल में जगह दी गई है।
संगठन के मंझे हुए नेता हैं स्वतंत्र देव सिंहः स्वतंत्र देव सिंह फिलहाल यूपी सरकार में परिवहन एवं प्रोटोकॉल मिनिस्टर हैं। सिंह के राजनैतिक करियर की बात करें तो उनका संबंध यूपी के मिर्जापुर से है, जो कि आरएसएस और भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। स्वतंत्र देव सिंह ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की। अपने 3 दशक के राजनैतिक करियर में सिंह संगठन के स्तर पर कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
साल 2001 में उन्हें पार्टी के नए सदस्य बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। साल 2014 में वह पीएम मोदी की रैलियों का सफल प्रबंधन कर चुके हैं। हालिया लोकसभा चुनावों में उन्हें मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी। सिंह पर कुछ ही दिनों में होने वाले उप-चुनावों की जिम्मेदारी है। इसके अलावा राज्य में साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी स्वतंत्र देव सिंह की नेतृत्व क्षमता की कड़ी परीक्षा होगी।
आगामी विधानसभा चुनावों पर नजरः अब बात महाराष्ट्र की करें तो वहां भी भाजपा ने जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखा है और राज्य के प्रभावशाली मराठा समुदाय से पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना है। बता दें कि भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल को महाराष्ट्र यूनिट का प्रदेश अध्यक्ष चुना है। वहीं विधायक मंगल प्रभात लोढा को मुंबई यूनिट का अध्यक्ष चुना गया है। चंद्रकांत पाटिल ने रावसाहेब दानवे की जगह ली है, जिन्हें मोदी सरकार में केन्द्रीय राज्यमंत्री बनाया गया है।
वहीं प्रभात लोढा आशीष शेलार की जगह लेंगे, जिन्हें फडनवीस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री के पद से नवाजा गया है। गौरतलब है कि इस साल के आखिर में महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का फैसला काफी अहम था। महाराष्ट्र में मराठा समुदाय 32% है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस ने भी मराठा समुदाय से आने वाले बालासाहेब थरोट को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष चुना है।