ब्रिटिश कंपनी ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ द्वारा डाटा के दुरुपयोग को लेकर उठा विवाद भारत पहुंच गया है। इसको लेकर बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी आमने-सामने है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कैम्ब्रिज एनालिटिका से कथित संबंधों को लेकर कांग्रेस की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से तीन सवाल पूछे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘क्या कांग्रेस मतदाताओं को रिझाने के लिए डाटा चोरी और आंकड़ों में हेरफेर पर निर्भर है? क्या कांग्रेस कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा अपनाए गए तौर-तरीकों का समर्थन करती है? राहुल गांधी के सोशल मीडिया प्रोफाइल में कैम्ब्रिज एनालिटिका की क्या भूमिका है?’ फेसबुक को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को बरदाश्त नहीं किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश कंपनी ने चुनाव से पहले सोशल मीडिया के लिए रणनीति तैयार करने को लेकर कांग्रेस से संपर्क साधा था। रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में होने वाले चुनाव से पहले प्रचार अभियान के लिए कांग्रेस ने कैम्ब्रिज एनालिटिका कंपनी से संपर्क किया था। बता दें कि ब्रिटिश कंपनी पर सोशल साइट फेसबुक से लिए गए डाटा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। पार्टी की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख राम्या ने ट्वीट कर कैम्ब्रिज एनालिटिका से पार्टी के संबंधों के आरोप को सरासर झूठ करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उलटे भाजपा से सवाल पूछे हैं। उन्होंने भाजपा के आरोपों को फेक न्यूज पर आधारित करार दिया। सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने ही इस कंपनी का फायदा उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्ष 2009 में कैम्ब्रिज एनालिटिका की सहायक कंपनी ओबीआई की सेवा ली थी।
चुनाव प्रभावित करने में भूमिका: कैम्ब्रिज एनालिटिका की करतूत को ‘फेसबुक डाटा स्कैंडल’ का नाम दिया गया है। अब तक की जांच में कंपनी द्वारा हनीट्रैप, फेक न्यूज कैंपेन और पूर्व जासूसों की मदद से चुनावों को प्रभावित करने की बात सामने आई है। ब्रिटिश कंपनी के अधिकारियों ने क्लाइंट को फायदा पहुंचाने के लिए उठाए गए कदम की जानकारी दी है। उनके अनुसार, विपक्षी उम्मीदवारों को फंसाने के लिए घूस लेने का फर्जी स्टिंग और वेश्याओं तक का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि कैम्ब्रिज एनालिटिका पर गैरकानूनी तरीके से फेसबुक के लाखों-करोड़ों यूजर्स का डाटा हासिल करने का संगीन आरोप लगाया गया है।