भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच दिल्ली में एक नया विवाद छिड़ गया है। विवाद की जड़ नई दिल्ली के धौला कुआँ में स्थापित शिवलिंग के आकार के फव्वारे हैं। G 20 शिखर सम्मेलन को लेकर दिल्ली को सजाया जा रहा है। इसीलिए यहां पर सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है।
बीजेपी ने आप पर साधा निशाना
इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी पर सजावटी उद्देश्य के लिए ‘शिवलिंग’ का उपयोग करने का आरोप लगाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि यह दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ-साथ भाजपा शासित केंद्र का काम है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मोदी जी के नेतृत्व में शिवलिंग का अपमान किया गया और बेशर्म भाजपाई मोदी की तारीफ़ कर रहे हैं। दिल्ली के LG शिवलिंग का अनादर करके वाहवाही लूट रहे हैं। BJP को देश से माफ़ी माँगनी चाहिये, LG पर कार्यवाही करो।”
वहीं तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया है। BRS नेता वाई सतीश रेड्डी ने सजावटी संरचनाओं को ‘हिंदू धर्म का मजाक’ करार दिया है। BRS के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा की मीडिया पैनलिस्ट चारु प्रज्ञा ने कहा कि धौला कुआँ ज्ञानवापी नहीं है।
सोशल मीडिया साइट X पर भी लोग इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि ‘न्यू इंडिया’ में ‘धर्मनिरपेक्ष सरकारों’ द्वारा उठाया गया हर कदम हिंदू तीर्थों, हिंदू प्रतीकों को पर्यटक आकर्षण या मनोरंजक प्रतीकों में बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्होंने वाराणसी के ज्ञानवापी में भी ‘शिवलिंग को फव्वारा’ बनाकर ऐसा ही किया गया।
ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग होने का दावा
बता दें कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने का दवा हिंदू समाज की ओर से किया गया है। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यह फव्वारा है। अभी यह मामला कोर्ट में है और कोर्ट में इस पर सुनवाई भी चल रही है। हाल ही में ज्ञानवापी का सर्वे भी हुआ था।