भारत में कोरोनावायरस महामारी के साथ अब बर्ड फ्लू का नया खतरा सामने आ गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के सात राज्यों में बर्ड फ्लू फैल चुका है। कई जगहों से तो बड़ी संख्या में पक्षियों के मरने की खबर भी आ रही है। इनमें दिल्ली और यूपी के कानपुर जैसे शहर शामिल हैं। कानपुर में तो खतरे को देखते हुए चिड़ियाघर को ही सील कर दिया गया है। साथ ही अधिकारी लगातार पक्षियों के हालात पर नजर रख रहे हैं।

बता दें कि बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य तौर पर जंगली पक्षियों को होता है। हालांकि, उनके अलग-अलग जगहों पर जाने की वजह से ये वायरस शहरी पक्षियों में भी फैल जाता है। बर्ड फ्लू का वायरस पक्षियों के कान, नाक और मुंह के जरिए फैलता है। साथ ही उनके मल से भी इसके फैलने का खतरा रहता है।

भारत में 15 साल में बर्ड फ्लू की चौथी लहर: बर्ड फ्लू से पैदा होने वाला एक सबसे बड़ा डर यह है कि यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है। भारत में अब तक तीन बार बर्ड फ्लू की लहर आ चुकी है। 2006, 2012 और 2015 के बाद ये चौथा मौका है, जब देश में बर्ड फ्लू को लेकर चिकित्सक अलर्ट हो गए हैं।

किन-किन राज्यों में फैला बर्ड फ्लू: बर्ड फ्लू का कहर हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, केरल और उत्तर प्रदेश ये वो सात राज्य हैं, जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, राजधानी दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र समेत कई अन्य राज्यों में पक्षियों के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। कानपुर में चिड़ियाघर को सील किया गया है, जबकि दिल्ली में भी गाजीपुर पोल्ट्री फॉर्म बंद कर दिए गए।

मनुष्यों में कैसे ट्रांसमिट होता है बर्ड फ्लू: डॉक्टर बताते हैं कि मनुष्य में इंफेक्शन मरे या जिंदा संक्रमित पक्षियों से होता है। अगर किसी सतह पर या किसी संक्रमित पक्षी को छूने के बाद यदि कोई मनुष्य अपनी आंख, नाक या मुंह में को हाथ लगाता है तो उसे संक्रमण का खतरा हो सकता है। यह भी देखा गया है के जब जंगली पक्षी उड़ते समय मल निकालते हैं, तो उसके संपर्क में आने से ये बीमारी शहरी पक्षियों में फैल जाती है। जो लोग भी पोल्ट्री फार्म में कार्य करतें हैं या पक्षियों के संपर्क में सीधे तौर पर रहते हैं उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने कि जरूरत है।