बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन के बीच सीटों के आवंटन को लेकर लगातार जारी बातचीत के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि महागठबंधन में इसको लेकर कोई ‘गतिरोध’ नहीं है और उम्मीदवारों की सूची समय पर जारी कर दी जाएगी।

यहां आज आयोजित राजद के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड द्वारा उम्मीदवारों के चयन और धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन के घटक दलों से वार्ता को लेकर अधिकृत किए जाने के बाद लालू ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि बदले हुए संदर्भ (गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने के तहत) में और भाजपा को उक्त चुनाव में परास्त करने के लक्ष्य को प्राप्त करने की बडी लडाई लडने के लिए बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से महागठबंधन में आपसी तालमेल के तहत जदयू एवं राजद को सौ-सौ सीटें, कांग्रेस को 40 सीटें मिली हैं। ऐसे में अपने-अपने स्वार्थ की तिलांजलि देनी होगी। पूर्व में राकांपा और सपा को दी गयी बाकी 3 सीटें उनके द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने पर अभी भी अनिर्णित पड़ी हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे में जदयू, राजद और कांग्रेस को कुछ सीटें छोड़नी होंगी। राजद इस बार पूर्व की भांति 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र नहीं है। सौ सीटों में ही उम्मीदवरों का चयन करना है। ऐसे में कोई जाएंगे (पार्टी छोडने वाले), कोई नए आएंगे (पार्टी में शामिल होने वाले) और कोई छटेंगे (निवर्तमान विधायक की छंटनी) इसलिए टिकट के लिए हाय तौबा नहीं मचाएंगे।

इससे पूर्व लालू और उनकी पत्नी राबडी देवी की उपस्थिति में राजद के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और बिहार विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की उपस्थिति में उम्मीदवारों के चयन और धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन के घटक दलों से वार्ता को लेकर राजद प्रमुख को अधिकृत किया।

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के नीतीश और लालू प्रसाद पर कांग्रेस से हाथ मिलाकर समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया के आदर्शों की तिलांजलि देने के आरोपों पर लालू ने कहा कि कांग्रेस बुनियादी तौर पर एक आंदोलन है जिससे सभी नेता निकले हैं। कांग्रेस और उसके पुरखों ने देश के लिए जो योगदान किया है वह अद्वितीय है।

उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर युवाओं को प्रतिवर्ष एक करोड नौकरी देने के वादे को पूरा नहीं करने और उन्हें छलने का आरोप लगाते हुए बिहार के नौजवानों खासतौर से यदुवंशी युवा और उंची जाति के गरीब लोगों, अन्य पिछडी जाति और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से अपील करते हैं कि उनकी ताकतों को तोडने तथा उनके धु्रवीकरण के लिए दशहरा पर्व के दौरान भगवा पार्टी द्वारा सांप्रदायिक दंगे करा सकती हैं। इसलिए वे सचेत रहें और इसका एकजुट होकर मुकाबला करें। भाजपा और नरेंद्र मोदी इस चुनाव के प्रभाव को जानते हैं कि इसमें पराजय के बाद देश में उनकी उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी, इसलिए वे पूरी ताकत से लगे हुए हैं।

लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के दामाद मृणाल के आज उनसे टिकट को लेकर मुलाकात करने के बारे में पूछे जाने पर लालू ने कहा कि वह उनसे हमेशा मिलते रहते हैं। हम एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी करते रहते हैं, पर पासवान जी का घर कैसे तोडेंगे। वह हमारे भाई हैं।

राजग के भीतर जारी खींचतान को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर लालू ने भाजपा पर रामविलास पासवान को प्रताड़ित और अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उसको दलितों और पिछड़ों के प्रति दर्द है तो पासवान को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करे।

दलित समुदाय से आने वाले हिंदुस्तान अवाम मोर्चा सेक्युलर के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में पूछे जाने पर लालू ने हंसते हुए कहा कि भाजपा उन्हें उपमुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करे।

इससे पूर्व लालू ने आज ट्वीट कर भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा था ‘जब हम वंचित और उपेक्षित की बात करें तो विकास विरोधी तथा जब गैर बराबरी, असमानता और विषमता को समाप्त करने की बात करें तो जातिवादी हो जाते हैं।’