बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आम चुनाव के दौरान किया गया एक भी वादा उन्होंने पूरा नहीं किया।

कुमार ने समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर में शनिवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जनता से अपील की कि वे ‘जांचे और परखे’ व्यक्ति पर भरोसा करें। उन्होंने यहां जदयू उम्मीदवार महेश्वर हजारी के लिए वोट मांगा। मंच पर जदयू, राजद और कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी के बीच नीतीश ने महागठबंधन में एकजुटता का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी तरफ भाजपा की अगुवाई वाले राजग में साझेदारों के बीच सीटों और उम्मीदवारों को लेकर अब भी समस्याएं हैं।’’

महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित किए गए नीतीश ने जनता से कहा, ‘‘इधर-उधर (भाजपा) देखने की बजाय जांचे और परखे व्यक्ति (नीतीश) पर भरोसा रखिए। उन पर भरोसा मत करिए जो संसदीय चुनाव की तरह फिर से धोखा देंगे।’’

मोदी पर हमला बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री लोकसभा चुनाव के दौरान किए अपने वादों को भूल गए जिनमें हर किसी को काले धन से 15-20 लाख रुपये देने तथा किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का वादा भी शामिल था।

उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने का भी हवाला दिया और कहा कि मोदी ने बिहार के लिए ‘विशेष दर्जे, विशेष पैकेज और विशेष ध्यान’ का वादा किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बिहार के लिए घोषित किए गए 1.25 लाख करोड़ के विशेष पैकेज को लेकर नीतीश ने कहा, ‘‘मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि इसमें 1.08 लाख करोड़ रुपये पुरानी योजनाओं के हैं।’’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के आरक्षण संबंधी बयान का हवाला देते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज से 10,000 करोड़ रुपये की छोटी राशि आने वाली थी वो भी आरएसएस प्रमुख के बयान से गायब हो गई।’’

नीतीश ने कहा कि भाजपा विदेशी धरती पर प्रधानमंत्री के भाषणों और बिहार चुनाव को लेकर वहां के लोगों के उत्साह को भुनाने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘परंतु प्रधानमंत्री के अमेरिका में दिए भाषण का हम क्या करेंगे। उन्हें उसका जवाब देना होगा जो वादे उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय बिहार के लिए किए।’’

बिहार के मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया तथा ‘जंगल राज’ की वापसी संबंधी भाजपा के प्रचार को लेकर कहा कि उन्होंने राज्य में कानून का राज कायम किया है और भाजपा सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए इस जुमले का इस्तेमाल कर रही है।