राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ मंगलवार को यहां एक प्राथमिकी दर्ज की गई। उन पर कथित तौर पर जातिगत टिप्पणी करने का आरोप है। चुनाव आयोग ने इसे बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाया है। वहीं चुनावी रैली में मतदाताओं को लैपटॉप, रंगीन टेलीविजन और धोती-साड़ी देने का वादा करने पर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर भी मामला दर्ज हुआ है।
वैशाली जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि राघोपुर के अंचल अधिकारी ने गंगा पुल पुलिस थाने में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) लालू प्रसाद के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। राघोपुर से अपना प्रचार अभियान शुरू करते हुए राजद प्रमुख ने बिहार विधानसभा चुनाव को पिछड़ी जातियों और सवर्ण जातियों के बीच सीधी लड़ाई बताया था। उन्होंने यादवों और अन्य पिछड़ी जातियों से अपील की थी कि वे भाजपा नीत राजग को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का समर्थन करें।
अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्ष्मणन ने कहा कि राघोपुर में रविवार को एक चुनावी सभा में की गई टिप्पणियों के वीडियो फुटेज के आधार पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने सोमवार को पटना में कहा था कि कोई भी जातिवादी टिप्पणी चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। चुनाव आयोग ऐसे मामलों से अपनी कानूनी रूपरेखा के तहत निपटेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग प्रसाद की ओर से की गई कथित जातिवादी टिप्पणी का ब्योरा हासिल कर उचित कार्रवाई करेगा।
लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि अगर वे उन्हें फांसी पर लटकाने का फैसला भी कर लें तो भी वह पिछड़ों, दलितों और गरीबों के लिए संघर्ष में चुप नहीं बैठेंगे।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘मोदी आरक्षण खत्म करने के लिए भागवत को ‘भारत रत्न’ दें लेकिन पिछड़ों, दलितों, गरीबों की लड़ाई के लिए चाहे मुझे ये लोग फांसी दें, चुप नहीं बैठूंगा।’ राजद प्रमुख ने अन्य ट्वीट में कहा कि मोदी अगर संयुक्त राष्ट्र में उनके खिलाफ याचिका दायर कर दें, तो भी वह आरक्षण कोटा बढ़वा कर और जाति आधारित जनगणना प्रकाशित करवा कर ही दम लेंगे।
वहीं चुनावी रैली में मतदाताओं को लैपटॉप, रंगीन टेलीविजन और धोती-साड़ी देने का वादा करने पर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। कैमूर जिले की पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने बताया कि मतदाताओं को रंगीन टेलीविजन, लैपटॉप और धोती-साड़ी देने का वादा करने के आरोप में सुशील मोदी के खिलाफ भबुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामला रैली की वीडियो फुटेज के आधार पर दर्ज किया गया।
सुशील मोदी ने यह वादा सोमवार को भाजपा उम्मीदवार आनंद भूषण पांडेय के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए किया था।
सुशील मोदी ने इस कार्रवाई का विरोध किया और निर्वाचन आयोग से मामले को देखने को कहा। उन्होंने कहा, ‘मैंने बिहार में हमारी सरकार बनने पर 50 हजार लड़के-लड़कियों को लैपटॉप, रंगीन टीवी और धोती-साड़ी उपलब्ध कराने का वादा किया था। इसका मतलब लोगों के लिए पार्टी के विजन के बारे में बताना था। हर पार्टी बताती है कि वह चुनाव के बाद क्या करने का इरादा रखती है। इसमें गलत क्या है।’