भाजपा ने मंगलवार रात बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 43 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करते हुए अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्गों के उम्मीदवारों को करीब 60 फीसद प्रतिनिधित्व दिया जिसका साफ उद्देश्य विरोधी जद (एकी)-राजद गठबंधन के आधार पर निशाना साधना है।

इनमें से पांच उम्मीदवार यादव जाति के हैं जो सबसे ज्यादा आबादी वाला अन्य पिछड़ा वर्ग समूह है। यह जाति समूह पारंपरिक रूप से राजद प्रमुख लालू प्रसाद का समर्थन करता रहा है लेकिन भाजपा पूरी ताकत के साथ उन्हें लुभाने की कोशिश कर रही है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के बाद सूची जारी करते हुए कहा कि इनमें से 50 फीसद से ज्यादा उम्मीदवार महिलाएं और युवा हैं जबकि करीब 60 फीसद उम्मीदवार अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्गों के हैं।


सूची में 26 निवर्तमान पार्टी विधायकों का नाम शामिल है जबकि तीन निवर्तमान विधायकों को पार्टी का टिकट नहीं दिया गया। चुनाव 12 अक्तूबर से पांच नवंबर के बीच होगा और भाजपा इस चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली बड़ी पार्टी बन गई। नड्डा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है।’

पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सभी दूसरे सीईसी सदस्य शामिल हुए। पार्टी ने साथ ही कई ब्राह्मणों, भूमिहारों, राजपूतों और कायस्थों को टिकट देकर ऊंची जाति के अपने मूल जनाधार को खुश रखने की भी कोशिश की है।

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सूची से यादवों को लालू प्रसाद से दूर करने की पार्टी की कोशिशों का पता चलता है। साथ ही पार्टी ने सुनिश्चित किया है कि पिछड़ी जातियों, ऊंची जातियों और दलितों का वर्ग राजग को ठोस समर्थन दे। बिहार चुनाव को मोदी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है जिन्होंने सहयोगी से विरोधी बने नीतीश कुमार की जद (एकी) से राज्य की सत्ता छीनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।

निवर्तमान विधानसभा में भाजपा के नेता नंदकिशोर यादव का नाम सूची में शामिल है। वे पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे। सूची में कोई मुसलिम नाम नहीं है। अधिकतर उन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है जिन्हें लेकर पार्टी में सर्वसम्मति है।

नड्डा ने कहा कि बाद की सूचियों में मुसलिम नाम होंगे। उनके साथ बिहार भाजपा के प्रमुख मंगल पांडे, बिहार के प्रभारी भूपिंदर यादव और राज्य के एक और नेता शाहनवाज हुसैन मौजूद थे। सूची में पहले चरण के चुनाव के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम हैं, दूसरे के लिए 15 जबकि बाद के चरण के लिए नौ उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

पहले दो चरणों में क्रमश: 49 और 32 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होगा और इनमें से कई सीटों पर पार्टी के सहयोगी दल लोजपा, आरएलएसपी और हम (सेक्यूलर) चुनाव लड़ेंगे। सीईसी ने दो घंटे से ज्यादा समय तक विचार विमर्श किया और इस दौरान राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और नितिन गडकरी मौजूद थे।

टिकट पाने वाले लोगों में निवर्तमान विधानसभा में पार्टी के प्रमुख सचेतक अरुण कुमार, रेणु देवी, प्रमोद कुमार, प्रेम कुमार और नितिन नवीन जैसे दूसरे नाम शामिल हैं।