बिहार में सियासी बवाल जारी है। मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार आरजेडी और कांग्रेस गठबंधन का साथ छोड़कर, एक बार फिर एनडीए में चले गए हैं। इसके चलते राज्य में सियासी पारा काफी हाई है। ऐसे में कांग्रेस को डर है कि उसके विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास भी किए जा सकते हैं। इससे बचने के लिए कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है और अपने विधायकों को बिहार से निकाल कर तेलंगाना भेज दिया है, जहां कुछ महीने पहले ही कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है। बिहार कांग्रेस के सभी 16 विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं।

बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया था, और एनडीए के समर्थन से 9वीं बार सीएम बन गए हैं। उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। अब खबरे हैं कि 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा।

बता दें कि कांग्रेस इस सियासी घटनाक्रम के बीच अपने विधायकों को सेफ करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद भेज दिया है। कांग्रेस को डर है कि बीजेपी उनके विधायकों की खरीद फरोख्त कर सकती है। ऐसे में यह सभी विधायक फ्लोर टेस्ट से पहले वापस आ जाएंगे।

नए CM से मिलकर देंगे बधाई

बिहार से हैदराबाद पहुंचने के बाद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस की तेलंगाना में अभी नई-नई सरकार बनी है। बिहार के सभी कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री से मिलने आए हैं। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात करने के साथ ही उन्हें नई सरकार बनने की शुभकामनाएं देंगे।

बिहार से आए कांग्रेस विधायकों के ठहरने को लेकर इब्राहिमपट्टनम से विधायक एमआर रेड्डी ने कहा कि हमें नहीं पता कि वे कहां रुकेंगे। वह ताज होटल में या फिर हैदराबाद में रुक सकते है। इससे संबंधित अन्य जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी