पटना पुलिस ने एक पिक-अप ड्राइवर को गोली मारने के आरोप में अपने तीन कॉन्सटेबल्स को गिरफ्तार किया है। इन कॉन्सटेबल्स पर आरोप है कि इन्होंने आलू ले जा रहे पिक-अप के ड्राइवर से वाहन ले जान के लिए 5000 रुपए की रिश्वत मांगी। घूस ना मिलने के बाद पुलिसकर्मियों ने पिक-अप ड्राइवर को गोली मार दी।

खबर के अनुसार, पिक-अप का ड्राइवर सोनू साह गाड़ी में आलू भरकर दानापुर जा रहा था। रास्ते में पटना के नजदीक उसकी पुलिकर्मियों से बहस हो गई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर उसके पैर में गोली मार दी।

पीड़ित ने बताया कि ‘मुझे पहले वाहन को पुलिस थाने लाने को कहा गया उसके बाद उन्होंने इशारा किया कि मैं वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर लूं और 5000 रुपए देकर मामला सुलझ सकता है।’ सोनू का पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिश्वत मांगने और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।

बिहार ट्रक ओनर्स एसोसिएशन (BTOA) ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मी प्रदेश के कई चेकपोस्ट पर जरूरी सामान ले जा रहे ट्रकों को रोककर उन्हें छोड़ने के एवज में रिश्वत मांगते हैं। BTOA के अध्यक्ष भानू शेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि ‘बीते तीन दिनों के दौरान मेरे पास दर्जनभर ट्रक चालकों की कॉल आ चुकी हैं, जिन्हें विभिन्न चेकपोस्ट पर रोक लिया गया है। पुलिस परोक्ष रूप से उनसे रिश्वत मांग रही है। यदि जरूरी चीजों की सप्लाई प्रभावित होती है तो उसका कुछ लोगों को फायदा मिल सकता है।’

कोरोना वायरस संकट के चलते देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के दौरान सिर्फ जरूरी चीजों की सप्लाई की ही इजाजत दी जा रही है। बस, रेल और हवाई यातायात भी रोक दिया गया है और पुलिस सिर्फ जरूरी वाहनों को ही जाने की इजाजत दे रही है।