पटना में बारिश बंद होने के चार-पांच दिन के बाद भी लोगों को परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भले को प्रशासन ने भले ही रेस्क्यू करा लिया हो लेकिन उनके पड़ोसी अभी भी मदद का इंतजार करते रहे। बिहार के नेता पप्पू यादव ने ट्वीट कर उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर निशाना साधा।
पप्पू ने पटनावासियों की परेशानियों का हवाला देते हुए उपमुख्यमंत्री को उलाहना दी। पप्पू ने ट्वीट में लिखा, ‘इतने बेहरम कैसे हो गए डिप्टी CM सुशील मोदी जी? आपके पड़ोसियों का भी उतना ही शासन-प्रशासन, राज्य के संसाधन पर हक है, जितना आपका! आपने उन सबको मरने के लिए क्यों छोड़ दिया? पटना बेईमान डीएम डिप्टी सीएम को बचा चलते बने! क्या उनके लिए आम नागरिकों की जान की कोई कीमत नहीं।’
पप्पू यादव ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया। वीडियो में लोग अपनी पानी की किल्लत समेत अन्य परेशानियों का जिक्र कर रहे हैं। वीडियो में एक महिला कहती है कि हमारे घर में तीन दिन से बिजली- पानी नहीं है। हम लोग उनको (सुशील कुमार मोदी को) बोल-बोल कर थक गए। वह खिड़की से झांक-झांक कर हट जा रहे थे।
महिला कहती है वह हमारे सामने ही रहते हैं। वीडियो में एक लड़के ने कहा कि वह हम लोगों से बगल से निकल कर चले गए लेकिन हमारी कोई मदद नहीं की। लोग अपने परिवार में छोटे-छोटे बच्चों की परेशानी का जिक्र कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर राजनेताओं को बीच पटना में जलजमाव को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पटना की मौजूदा स्थिति के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि पटना में जब 27 और 28 सितंबर को बारिश हो रही थी उस समय शहर के संप हाउस बंद थे। इस वजह से ही अधिकांश इलाकों में पानी भर गया।
इतने बेहरम कैसे हो गए डिप्टी CM सुशील मोदी जी? आपके पड़ोसियों का भी उतना ही शासन-प्रशासन, राज्य के संसाधन पर हक है, जितना आपका! आपने उन सबको मरने के लिए क्यों छोड़ दिया?
पटना बेईमान डीएम डिप्टी सीएम को बचा चलते बने! क्या उनके लिए आम नागरिकों की जान की कोई कीमत नहीं। @SushilModi pic.twitter.com/OWQaxucwMT
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) October 3, 2019
चौबे ने बिहार सरकार का बचाव करते हुए कहा कि स्थिति गंभीर होते ही राज्य सरकार एक्शन में आ गई। सीएम नीतीश कुमार खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि स्थिति समान्य होने पर लापरवाह अधिकारियों को चिह्नित कर उनपर कार्रवाई होनी चाहिए।