जेएनयू के पूर्व छात्र और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला हुआ है। बुधवार (5 फरवरी, 2020) को ये हमला उस वक्त हुआ जब कन्हैया बिहार के सुपौल में एक रैली को संबोधित करने के बाद सहरसा जा रहे थे। घटना में कन्हैया के वाहन ड्राइवर को चोट लगने की खबर है। मामले में टास्क फोर्स के एसपी और सुपौल का अतिरिक्त चार्ज संभाल रहे अधिकारी ने बताया कि कन्हैया का काफिला अपने गंतव्य की तरफ जा रहा था तभी भीड़ ने काफिल में चल रही दो गाड़ियों पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिए। दोषियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि पत्थरबाजी में जन मन गण यात्रा का रथ और एक अन्य वाहन का शीशा टूट गया। पत्थरबाजी में ड्राइवर के अलावा अन्य दो लोगों को भी चोट लगने की खबर है। घायलों में सामाजिक कार्यकर्ता मांडवी भी शामिल हैं।
इसी बीच सीपीआई के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कन्हैया कुमार के काफिले पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने सरकार से कन्हैया कुमार की सभाओं में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए जाने की मांग की है। बता दें कि कन्यैहा कुमार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी. (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के खिलाफ पटना में 29 फरवरी को आयोजित राज्य स्तरीय रैली की तैयारी के लिए बिहार दौरे पर हैं।
उल्लेखनीय है कि कन्हैया कुमार के काफिले पर इस तरह का यह कोई पहला हमला नहीं है। इससे पहले एक फरवरी को भी उनके काफिले पर पथराव किया गया था। यह घटना बिहार के सारण जिले में कोपा थाना क्षेत्र की थी। जिससे उनके काफिले में शामिल दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस घटना में हालांकि कन्हैया को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। कन्हैया अपनी इस यात्रा के दौरान करीब 50 जनसभाएं करने वाले हैं।