बिहार की राजधानी पटना में बारिश के बाद जलजमाव से लोगों को परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। बारिश रुकने के बाद भी अभी भी कई जगहों पर पानी भरा हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार की तरफ से हरसंभव प्रयास किए जाने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन इससे लोगों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही है।

हालांकि, इस बारे में सवाल पूछे जाने पर नीतीश कुमार मीडिया पर ही अपना गुस्सा दिखा रहे हैं। पटना में बारिश के बाद की स्थिति दिल्ली में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। टीवी चैनल पर इस मुद्दे को लेकर हो रही बहस में जेडीयू प्रवक्ता भी सीएम की ही भाषा बोलते दिख रहे हैं।

न्यूज चैनल की एंकर की तरफ से इस संबंध मे सवाल पूछने पर जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि आप इस तरह के बेतुके सवाल नहीं पूछ सकते। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को इतना अहंकार नहीं होना चाहिए कि वो एक लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए व्यक्ति से बेतुके सवाल पूछे जाएं।

उन्होंने मीडिया के सवालों को पूर्वाग्रह और कुंठा से भरा बताया। इतना ही नहीं जेडीयू प्रवक्ता ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने गिरिराज सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अपने बयान के लिए शर्म महसूस होनी चाहिए। राजीव रंजन ने कहा कि जेडीयू भाजपा के साथ 2005 से आई है लेकिन 90 के दशक से पटना पर भाजपा का एकाधिकार रहा है।

जदयू प्रवक्ता ने कहा है कि इस स्थिति की जिम्मेदारी सबको मिलकर लेनी होगी। इस मामले में पप्पू यादव ने कहा पटना के विकास से लिए भारी भरकम बजट तय होने और उसके खर्च का जिक्र किया। पप्पू यादव ने कहा कि जब बिहार में खाना नहीं, पानी नहीं, दूध नहीं उपलब्ध हो रहा है तो ऐसे में लोगों के लिए गांधी जयंती का क्या मतलब है। इस कार्यक्रम में शामिल होने आए मेहमान 5स्टार होटलों में ठहरे।

पप्पू यादव ने कहा कि 5स्टार जगहों पर गांधीवाद के जरिये गांधी के विचारों को बताया गया। उन्होंने कहा है कि डिप्टी सीएम 6 दिन बीतने के बाद भी एक फीट पानी भी नहीं निकल सका है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।