लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान ने आरोप लगाया है कि बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नियंत्रण में नहीं है। राज्य में जंगलराज की वापसी की आशंका सच हो रही है। लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष ने सोमवार को यहां कहा कि हमने अपनी पार्टी के कोर ग्रुप की हाल में हुई बैठक में इस बारे में चर्चा की थी कि क्या राष्ट्रपति शासन की मांग करना या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करना जल्दबाजी होगी क्योंकि हर दूसरे दिन राज्य में कोई न कोई मारा जा रहा है। असल में अब हम चीजों के बेहतर होने का इंतजार नहीं कर सकते। नीतीश कुमार को भी संदेह का लाभ नहीं दिया जा सकता क्योंकि उनके पास व्यापक अनुभव है। वह तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि हत्याएं स्पष्ट दिखाती हैं कि नीतीश का सरकार पर कोई नियंत्रण नहीं है। वह (नीतीश) मुख्यमंत्री हैं। मैं नहीं जानता कि उन्हें इन घटनाओं (हत्याओं) पर अंकुश लगाने से क्या चीज रोक रही है। यह दर्शाता है कि सरकार पर उनका नियंत्रण नहीं है और सरकार को सीधे तौर पर लालू चला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। हमने नहीं सोचा था कि चीजें इतनी जल्द बिगड़ जाएंगी। जंगलराज के लौटने की हमारी जो आशंका थी, वह सही हो गई है। इसकी भविष्यवाणी हमने तभी कर दी थी जब सरकार बनाने के लिए लालू ने नीतीश से हाथ मिलाया था। यह पूछने पर कि सरकार कितने दिन चलेगी, पासवान ने कहा- उन्हें नहीं लगता कि यह दो साल से ज्यादा चलेगी क्योंकि लालू और नीतीश के बीच वैचारिक मतभेद चल रहे हैं।

पासवान ने दोनों के बीच मतभेदों का उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में अचानक लाहौर पहुंचे तो नीतीश ने इसकी सराहना की जबकि लालू ने आलोचना की। इससे पता चलता कि दोनों के बीच मतभेद हैं। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से स्वाभाविक सहयोगी नहीं थे। वे एक-दूसरे के खिलाफ थे। उन्होंने बिहार की सत्ता में वापस आने और भाजपा, लोजपा व राजग के खिलाफ खड़े होने के लिए आपस में हाथ मिलाया है।