बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दलितों से एक होने और समाज में अपनी स्थिति मजबूत करने का आह्वान किया। दरभंगा में दो दिवसीय निरीक्षण यात्रा के दौरान मांझी ने कहा, ‘‘हम सभी दलित एक परिवार से संबंधित हैं। हमें एकदूसरे से अंतर नहीं करना चाहिए। यदि दलित, महादलित, पिछड़े, अत्यंत पिछड़े और पसमंदा मुस्लिम एक हो जाएं तो इससे समाज में उनकी स्थिति मजबूत होगी। पसमंदा मुस्लिम पिछड़े मुस्लिम होते हैं।

दरभंगा के हुनमान नगर ब्लॉक के थलवारा पंचायत के तहत आने वाले रामपट्टी टोला में एक महादलित के यहां भोजन करने के दौरान मांझी ने वहां मौजूद लोगों से शराब छोड़ने के लिए कहा ताकि उनका परिवार विकास कर सके।

पटना में जारी एक विज्ञप्ति में मांझी के हवाले से कहा गया, ‘‘मेरे पिता भी पीते थे और मेरी मां को पीटा करते थे। उसके परिणामस्वरूप मुझे कई बार भूखा रहना पड़ता था। मैंने उनसे अनुरोध किया कि यदि वह यह नहीं चाहते कि मैं और मेरा भाई मजदूर के रूप में काम करें तो वह पीना छोड़ दें। उन्होंने वैसे ही किया। मैं मुख्यमंत्री बन गया और मेरा भाई पुलिस अधिकारी।’’

उन्होंने घोषणा की कि रामपट्टी को एक आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा जहां सभी मूलभूत सुविधाएं होंगी। उन्होंने क्षेत्र में एससी होस्टल के अतिक्रमण को हटाने का भी आदेश दिया। उन्होंने दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के नवीकरण और वहां उचित साफ सफाई और इलाज का इंतजाम करने के लिए कहा।