बिहार में चुनाव की आहट के साथ ही राजनैतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने राजद नेता तेजस्वी यादव को लीगल नोटिस भेजकर माफी की मांग की है। दरअसल हाल ही में तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अशोक चौधरी का एक वीडियो साझा किया था, जिसमें वह कथित तौर पर लालू यादव और उनकी पार्टी को गाली देते दिखाई दे रहे थे। अब अशोक चौधरी ने इस वीडियो को एडिट बताया है और उन पर झूठे आरोप लगाने के लिए तेजस्वी यादव से माफी की मांग की है।

अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव से लीगल नोटिस का जवाब अगले 10 घंटे में देने को कहा है। खबर के अनुसार, बीती 13 जून को तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट को रिट्वीट किया था, जिसमें अशोक चौधरी का एक वीडियो क्लिप था, जिसमें जब पत्रकारों ने राजद और लालू यादव के बारे में सवाल किया गया तो अशोक चौधरी ने राजद के 15 साल के कार्यकाल की आलोचना करते हुए कहा था कि इन्होंने 15 साल में किया क्या? राजद का आरोप है कि इस वीडियो में अशोक चौधरी ने अपशब्द का इस्तेमाल किया।

इस ट्वीट के साथ तेजस्वी यादव ने कैप्शन में लिखा था कि “भगवान नीतीश कुमार को सद्बुद्धि दे। सब जानते हैं कि गाली के शब्द नीतीश जी के हैं लेकिन मुंह किसी और का है। वो दिन भर हमें करोड़ों गालियां दें और दिलवाएं लेकिन कानून व्यवस्था ठीक करें। बिहार को उद्योग, बेरोजगार युवाओं को नौकरी, मजदूरों को रोजगार, सम्मान और राशन अवश्य दें।”

बिहार में चुनावों को देखते हुए राजद और जदयू-भाजपा के बीच पोस्टर वॉर भी शुरू हो चुकी है। बीते दिनों अमित शाह ने बिहार में वर्चुअल रैली की थी, जिसका राजद ने जगह जगह पोस्टर लगाकर विरोध किया था। अब एक बार फिर राजद ने पोस्टर लगाकर पूछा है कि सीएम कहां गायब हैं?

राजद का आरोप है कि कोरोना माहमारी संकट में नीतीश कुमार अपने सरकारी बंगले से बाहर नहीं निकले हैं। तेजस्वी यादव ने भी एक ट्वीट कर लिखा कि “बिहार में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण फैलाव और सबसे धीमी गति से सबसे कम कोरोना जांच के बावजूद आदरणीय नीतीश जी देश के इकलौते ऐसे सीएम हैं जो इस गंभीर मानवीय संकट और आपदाकाल में भी 90 दिनों से अपने आलीशान बंगले से बाहर नहीं निकले हैं? इन्हें जनता नहीं चुनाव के जातीय अंकगणित की चिंता है।”