प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से एक बड़ा ऐलान किया है। पीएम मोदी ने कहा कि इस दीवाली पर आपको बड़ा तोहफा मिलने वाला है, पूरे देश में हमने टैक्स के बर्डन को कम किया है। अब इसे रिव्यू करने की जरूरत है। राज्यों से भी विचार किया है। मेरे प्यार देशवासियों हम नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रीफॉर्म लेकर आ रहे हैं, ये दीवाली पर आपके लिए तोहफा बन जाएंगे। सामान्य मानवी की जरूरतों वाली चीजों पर टैक्स कम होगा… छोटे उद्योगों को लाभ होगा….. इकोनॉमी को बल मिलने वाला है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि Next Generation Reforms के लिए हमने एक टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया है। ये टास्क फोर्स समय सीमा में इस काम को पूरा करे। वर्तमान नियम, कानून, नीतियां, रीतियां, 21वीं सदी के अनुकूल, वैश्विक वातावरण के अनुकूल और भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनाने के संदर्भ में इस टास्क फोर्स की रचना की गई है।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर बोला कि ये आगे बढ़ने का अवसर है, बड़े सपने देखने का अवसर है, बड़े संकल्पों के लिए समर्पित होने का अवसर है। अब देश रुकना नहीं चाहता है, आगे बढ़ना चाहता है। एक-एक पल की कीमत है और हम एक भी पल गंवाना नहीं चाहते।

इसके बाद पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र कर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर की धमकियों को सहने नहीं वाले हैं, हम किसी भी तरह के ब्लैकमेल को नहीं सहेंगे। आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी, हमारी सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, जो समय वे निर्धारित करें, जो तौर-तरीके वो तय करें, जो लक्ष्य वो तय करें, अब हम उसी पर अमल करने वाले हैं। हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।

इसके बाद पीएम मोदी ने सिंधू जल समझौते का जिक्र करते हुए बोला कि भारत की नदियों का पानी पहले दुश्ननों के खेतों को सींच रहा है और मेरा किसान, मेरा देश प्यासा था। ये एक ऐसा समझौता था जिसने पिछले सात दशक से मेरे देश के किसानों का, अकल्पनीय नुकसान किया था। हिंदुस्तान के हक का जो पानी है, उस पर अधिकार सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तान का है, हिंदुस्तान के किसानों का है। भारत कतई सिंधू समझौते को लेकर आगे नहीं चलेगा। किसान हित में, राष्ट्रहित में ये समझौता हमे मंजूर नहीं है।