राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने रविवार को श्रीनगर के राजबाग स्थित हुर्रियत कार्यालय (Hurriyat office) को कुर्क कर दिया। बता दें कि दिल्ली कोर्ट (Delhi Court) ने ये आदेश जारी किया था, जिसके बाद एनआईए ने ये कार्रवाई की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक NIA की एक टीम UAPA मामले में ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एपीएचसी) के कार्यालय को कुर्क करने के लिए श्रीनगर के राजबाग पहुंची।
अलगाववादी नेता नईम अहमद खान के खिलाफ NIA ने की जांच
इससे पहले शनिवार को दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट ने अलगाववादी नेता नईम अहमद खान (separatist leader Nayeem Ahmad Khan) के खिलाफ NIA द्वारा जांच किए गए एक UAPA मामले में श्रीनगर में ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एपीएचसी) के कार्यालय को कुर्क करने का आदेश दिया था।
पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक (Patiala House Court Additional Sessions Judge Shailender Malik) ने कार्यालय को कुर्क करने के लिए यूएपीए की धारा 33 (1) के तहत NIA की याचिका पर आदेश पारित किया कोर्ट ने कहा “उपरोक्त कारणों के मद्देनजर अचल संपत्ति यानी राज बाग (श्रीनगर) में स्थित ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का भवन कार्यालय, जिसे पहले APHC के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, उसे कुर्क करने का आदेश दिया जाता है। इस संबंध में आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाए।”
हुर्रियत कार्यालय की बाहरी दीवार पर कुर्की का नोटिस एनआईए ने चिपका दिया। एनआईए के नोटिस में लिखा है, “जनता को सूचित किया जाता है कि राजबाग में जिस इमारत में ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का कार्यालय स्थित है और वर्तमान में कोर्ट ट्रायल का सामना कर रहे नईम अहमद खान के संयुक्त स्वामित्व में है, उसे विशेष एनआईए कोर्ट पटियाला हाउस, नई दिल्ली के आदेश पर कुर्क किया जाता है।” बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में हुर्रियत के दफ्तर पर तोड़फोड़ की गई थी।
हुर्रियत कांफ्रेंस 26 अलगाववादी संगठनों का एक समूह
एनआईए द्वारा अदालत को बताया गया था कि इस कार्यालय का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने और अलगाववादी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा था। हुर्रियत कांफ्रेंस 26 अलगाववादी संगठनों का एक समूह है। इसका गठन 1993 में किया गया था। सरकार द्वारा अलगाववादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के बाद अगस्त 2019 से हुर्रियत कांफ्रेंस का राजबाग स्थित कार्यालय बंद है।